(भोपाल) व्यवस्था की अजीबोगरीब कार्यप्रणाली और अधिकारियों के बेतुके फैसले अक्सर सरकारी तंत्र को जनता के निशाने पर ले आते है, ताजा मामला मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के सबलगढ़ का है जहाँ रेवले विभाग के अधिकारियों ने हनुमान जी को नोटिस जारी कर, ब्राडगेज लाईन निर्माण कार्य के बीच में आ रहे मंदिर के अतिक्रमण के लिए जबाबदेह माना है। बजरंगबली के नाम से जारी इस नोटिस में 7 दिवस में रेलवे की भूमि से अतिक्रमण स्वयं न हटाने पर जबरन हटाये जाने की बात कही गई है।
इसे महज संयोग कहे या विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की घोर लापरवाही रेलवे विभाग में भगवानों को संबोधित ऐसे नोटिस जारी किए जाने का यह पहला मामला नही है, इसके 1 वर्ष पूर्व उत्तरप्रदेश के बांदा में मंदिर के अतिक्रमण को लेकर बजरंगबली के नाम से नोटिस जारी होने को लेकर जमकर हंगामा हुआ था जिसके बाद विभाग द्वारा अपनी भूल का सुधार कर मामला शांत कराया गया था। मुरैना में हनुमान जी को जारी नोटिस के मीडिया और सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अब रेलवे विभाग के अधिकारी सकते में है। और उनके द्वारा उक्त नोटिस में सुधार कर उसे मंदिर के पुजारी के नाम प्रेषित किया गया है।
इंसानी समाज द्वारा बनाई गई व्यवस्था और नियमों में भगवान के नाम पर जबरिया हस्तक्षेप को लेकर बनी फिल्म ओ मॉय गॉड ने काफी सुर्खिया बटौरी थी परंतु मौजूदा मामला उससे पृथक है जो भगवान के भक्तो द्वारा की गई गलतियों के लिए ईश्वर को जिम्मेदार ठहराने का है। मामले सबसे हैरतअंगेज तथ्य यह है कि संपूर्ण सृष्टि के मालिक और जगत के नियंता कहे जाने वाले ईश्वर को इंसानी व्यवस्था में एक नागरिक के समान स्पष्ट संवैधानिक अधिकार प्राप्त नही है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल यह मामला है मध्यप्रदेश के मुरैना का जहां के सबलगढ़ में बने एक हनुमान मंदिर को रेलवे ने नोटिस जारी कर दिया है। दरअसल रेलवे द्वारा जारी किए गए नोटिस में बजरंग बली को अतिक्रमणकारी बताया गया है, और उनसे अतिक्रमण को 7 दिन में हटाने के लिए कहा है। वहीं इस नोटिस में यह चेतावनी भी दी गई है कि अतिक्रमण न हटाने पर रेलवे द्वारा जबरन कार्रवाई की जाएगी और इस दौरान उपयोग किए जाने वाली मशीनों जैसे जेसीबी आदि के खर्च की वसूली बजरंग बली से होगी।
विगत 8 फरवरी को झांसी रेल मण्डल के वरिष्ठ खण्ड अभियंता, जौरा अलापुर की ओर से बजरंग बली सबलगढ़ के नाम से यह नोटिस जारी हुआ है। ज्ञात हो कि सबलगढ़ में श्योपुर-ग्वालियर ब्राडगेज लाइन का काम चल रहा है, इस लाइन के बीच में यह मंदिर आ रहा है और ये जमीन भी रेलवे प्रशासन की ही है, जिसकी वजह से मंदिर को नोटिस जारी किया गया।
नोटिस में भगवान हनुमान जी के लिए यह भी लिखा गया कि आपके द्वारा सबलगढ़ के मध्य किलोमीटर में मकान बनाकर रेलवे भूमि पर अतिक्रमण कर लिया गया है। अतः आप इस नोटिस के 7 दिन के अंदर रेलवे भूमि पर किया अतिक्रमण हटाकर रेलवे भूमि को खाली करें अन्यथा आपके द्वारा किए गए अतिक्रमण को प्रशासन द्वारा हटाने की कार्रवाई की जाएगी। जिसके हर्ज और खर्च की जिम्मेदारी स्वयं आपकी होगी। हनुमान जी को दिए गए इस नोटिस की प्रति सहायक मंडल अभियंता ग्वालियर और जीआरपी थाना प्रभारी ग्वालियर को भी भेजी गई है।
मामला गर्मने के बाद पुजारी के नाम नोटिस
हनुमान जी को नोटिस जारी किये जाने की बात सोशल मीडिया और मीडिया में प्रसारित होने के बाद लोगो में मामले में कड़ी प्रतिक्रया व्यक्त की और रेलवे विभाग को जमकर ट्रोल किया जिसके बाद विभाग द्वारा मामले में एक नया नोटिस मंदिर के पुजारी के नाम से जारी किये जाने की सूचना प्राप्त हुई है।
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