इधर खाद के लिए लाईनों में अन्नदाता उधर जमाखोरी, विभाग ने गोदाम से पकड़ा 60 टन यूरिया और पोटाश

खाद संकट बना आपदा में अवसर प्रधानमंत्री के नाम पर किसानों को लूट रहे है जमाखोर और कालाबाजारी

Fertilizer crisis becomes serious, 60 tons of fertilizer recovered from hoarding trader's warehouse during raid by Agriculture Department
Fertilizer crisis becomes serious, 60 tons of fertilizer recovered from hoarding trader's warehouse during raid by Agriculture Department

(देवरीकलाँ) खाद के आभाव से जूझ रहे किसान जहा एक ओर दिन भर लंबी लंबी लाइनों में खड़े होने की मजबूर है वही इसकी कालाबाजारी में लिप्त कतिपय व्यक्ति इसकी जमाखोरी कर बेजा लाभ उठाने का जतन कर रहे है। विगत सोमवार शाम कृषि विभाग की टीम ने विकासखंड के महाराजपुर कस्बे के समीप फोरलाइन हाईवे पर स्थित एक गोदाम में भंडारित 60 टन यूरिया और पोटाश बरामद किया है। मामले में कृषि विभाग द्वारा पंचनामा कार्रवाई कर खाद का नमूना प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया है। अवैध रूप से भंडारित संदिग्ध खाद नजदीकी जिले नरसिंहपुर के एक खाद व्यापारी का बताया गया है। जिसके द्वारा निर्धारित स्थल के विपरीत अन्य स्थान पर खाद का भंडारण किया गया जिसकी कोई जानकारी न तो विभाग को दी गई न ही चस्पा की गई। साथ मौके पर किसी पंजी संधारण भी नही पाया गया है। पूरे मामले में विभागीय अधिकारियों की लचर कार्यप्रणाली तंत्र में व्याप्त भर्राशाही और व्यापक अनियमिताओं को उजागर करता है।

मौजूदा रवि सीजन में खाद की कमी के चलते उत्पन्न स्थितियां संकट का रूप घारण कर रही है, खाद की अनुपलब्धता के चलते क्षेत्र के अन्नदाता सराकरी खाद वितरण केन्द्रों पर लंबी लंबी कतारों में लगने को मजबूर है। वही स्थितियों से फायदा उठा रहे जमाखोर, कालाबाजारी और खाद माफिया बड़े पैमाने पर असली और नकली खाद का भंडारण कर किसानों को लूटने की तैयारी में जुटे है। आपदा में अवसर मानकर जमाखोर और कालाबाजारियों द्वारा न सिर्फ सराकारी नियंत्रण की खाद की जमाखोरी कर मजबूर किसानों से मनमाने दाम वसूले जा रहे है, बल्कि इसके साथ ही अमानक और नकली खाद थमाकर किसानों से धोखाधड़ी की जा रही है। मामले को लेकर हरकत में आया कृषि महकमा कार्रवाईयों में जुटा है परंतु मामले के तार दूसरे जिले और हाई प्रोफाइल सफेदपोशों से जुड़े होने के कारण अधिकारी बड़ी कार्रवाई से कतरा रहे है।

अधिकारियों ने छापेमारी के लिए 3 घंटे किया इंतजार
प्राप्त जानकारी के अनुसार खाद संकट से जूझ रहे किसानों की नकली खाद विक्रय संबंधी शिकायत के बाद कृषि विभाग का अमला विगत मंगलवार शाम महाराजपुर के समीप फोरलाईन सड़क पनारी तिराहे पर स्थित एक आवास पर छापामार कार्रवाई करने पहुँची थी। परंतु उक्त आवास पर ताला होने के कारण अधिकारियों द्वारा मकान के मालिक सुरेश साहू से संपर्क किया गया जिसने बताया कि उक्त मकान राजमार्ग निवासी खाद व्यापारी सुनील रघुवंशी द्वारा किराये पर लिया गया है। तब अधिकारियों द्वारा दूरभाष पर व्यापारी से संपर्क किया गया परंतु बार बार फोन करने के बाद भी 3 घंटे वह उपस्थित नही हुए तब अधिकारियों द्वारा मामले में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। एवं परिसर सील किये जाने की कार्रवाई आरंभ की जिसके बाद प्रगट हुए व्यापारी द्वारा उक्त गोदाम खोले गये जिसके बाद अधिकारियों द्वारा कार्रवाई आरंभ हो सकी।

गोदाम से नकली पोटाश और संदेहास्पद यूरिया बरामद
कृषि विभाग के SEDO आर एस जारौलिया और कृषि अधिकारियों द्वारा की गई जांच में पाया गया कि उक्त आवासीय परिसर में बनी गोदामों में बड़े पैमाने पर यूरिया एवं पोटाश भंडारित किया गया है। कृषि विभाग के अमले द्वारा गोदामों से लगभग 600 बोरी 30 टन संदिग्ध यूरिया की बोरी एवं लगभग 30 टन मोदी मृदाकल्प पोटाश बरामद किया गया है। कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा मामले में प्रथम दृष्टया बरामद पोटाश बोरियों को अमानक एवं संदिग्ध बताया गया है। वही प्राथमिक जांच में यूरिया बोरियों की गुणवत्ता भी संदिग्घ पाई गई है। विभाग द्वारा मामले में पंचनामा कार्रवाई कर बरामद खाद के सेंपल प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे गए है।

प्रधानमंत्री के नाम पर बेचा जा रहा है खाद
कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई में बरामद बोरियों पर मोदी लिखा हुआ पाया गया है, अधिकारियों को आशंका है कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नाम का दुरूपयोग कर उक्त अमानक खाद कृषकों को बेचे जाने की तैयारी थी।अधिकारियों ने बताया कि एक देश एक खाद की मुहिम में जुटे माननीय प्रधानमंत्री के नाम पर भ्रामक जानकारी फैलाकर किसानों को लुभाने का यह घटिया प्रयास गहरी साजिश है। मामले में प्रयोगशाला जांच रिर्पोट आने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इनका कहना है
विभाग के एसईडीओ आरएस जारौलिया ने बताया कि संबंधित फर्म द्वारा अपने भंडारण स्थल का पता राजौरिया तिगड्डा महाराजपुर दिया गया है जिसका नक्शा भी विभाग में जमा है इसके विपरीत इनके द्वारा अनयत्र भंडारण नियमों की अवहेलना है। साथ ही भंडारण स्थल पर किसी प्रकार का बोर्ड, स्टॉक की जानकारी एवं मूल्य सूची भी अंकित नही की गई है। साथ ही भंडारित खाद का कोई भी रिकार्ड संधारित नही किया गया था। संबंधित व्यापारी के पास मौके पर कोई पीओएस मशीन, खाद के दस्तावेज भी मौके पर नही पाये। मामले में विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है।

कार्रवाई के बाद भी नही थम रहा अवैध कारोबार
खाद की कमी के दौरान अवैध विक्रय और अमानक खाद के व्यापार को लेकर विभाग की दनादन कार्रवाईयों के बाद भी यह अवैध कारोबार रूकने का नाम नही ले रहा है। विगत दिनो छीर में किसान की शिकायत के बाद नकली डीएपी विक्रय का मामला उजागर हुआ था जिसमें राजमार्ग की एक ट्रेडिंग कपनी का नाम सामने आया था। एक बार फिर अवैध भंडारण एवं अमानक खाद के मामले में राजमार्ग की एक फर्म का नाम सामने आया है। मामले में विभाग को दोनो मामले में एक ही फर्म की संलिप्तता की आशंका है। मामला राजनैतिक और उच्च स्तरीय होने के कारण अधिकारी कार्रवाई को लेकर असमंजस में है मामले मंे उच्च अधिकारियों को सामने आकर कार्रवाई करनी चाहिए।

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