बेटे के अपमान पर रोये पूर्व विधायक, एफआईआर न होने पर आत्महत्या की धमकी

विधायक प्रोटोकॉल पर खड़े किए सवाल, जी-20 सिमिट में बेटे से इस्तीफा दिलायेंगे

Former MLA cries over son's insult, threatens suicide if FIR is not filed
Former MLA cries over son's insult, threatens suicide if FIR is not filed

(भोपाल) प्रदेश के छतरपुर जिले के लवकुश नगर थाना में विगत रविवार देर रात्रि हुए चंदला विधायक एवं थाना प्रभारी के विवाद का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। अब मामले में सामने आये विधायक राकेश प्रजापति के पिता और भाजपा के पूर्व विधायक आरडी प्रजापति ने एफआईआर दर्ज न होने पर जी-20 सिमिट के दौरान बेटे का विधायक पद से इस्तीफा दिलाने एवं स्वयं आत्महत्या करने की धमकी दी है।

सोशल मीडिया पर चल रहे उनके बयान में उन्होने मामले में विधायक पद के प्रोटोकाल और सम्मान को लेकर भी कई सवाल उठाये, पिता द्वारा दिये गये इस बयान के संबंघ में भाजपा विधायक राकेश प्रजापति की कोई प्रतिक्रिया सामने नही आई है।

अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहने वाले पूर्व भाजपा विधायक के इस नये बयान से भाजपा की राजनीति में ही सुगबुगाहट शुरू हो गई है, इससे पहले वह बागेश्वर धाम के बाबा धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और केन्द्रीय राज्यमंत्री वीरेन्द्र खटीक को लेकर दिये गये बयानो को लेकर चर्चा में रहे है। वह पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा का दामन छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये थे और साईकिल से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था।

क्या बोले पूर्व भाजपा विधायक प्रजापति

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे उनके बयान में पूर्व भाजपा विधायक आरडी प्रजापति ने पत्रकारों से बात करते हुए टीआई पर एफआईआर दर्ज किये जाने की मांग की एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पर भी गंभीर आरोप लगा दिये। विधायक बेटे के साथ रविवार रात्रि में हुए घटनाक्रम से आहत पूर्व भाजपा विधायक आर.डी.प्रजापति ने पत्रकारों से बात करते हुए काफी दुखी थी उन्होने कहा कि देखिए अब विधायक सुरक्षित नही है, उन्होने आरोप लगाया कि घटनाक्रम के बाद मेरे घर में धमकी दी गई है कि आपने कुछ किया तो 376 और अन्य धाराओं में केस लगवा देंगे।

पूर्व विधायक ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ये सब बीडी शर्मा चलाते है उनका एक आदमी ये सब अन्याय करवाता है। उन्होने कहा कि एक विधायक अधिकारी के चरणों मैं बैठा है, ये कहते है हिन्दु राष्ट्र बनाना है ये कहते है विधायक की श्रेणी पीएस से बड़ी होती है परंतु ये कौन सा पीएस है एक थाना प्रभारी धमकाता है, जातिगत शब्द लेकर गालिया देता है जिसका वीडियो नही बनाने दिया। पूर्व विधायक ने मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, देश के गृहमंत्री और अमित शाह और प्रदेश के गृहमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की।

उन्होने मीडिया को दिये इंटरव्यूह में कहा कि जिस दिन से मेरा बेटा विधायक बना है घर नही गया गांव नही गया कही बीजेपी वाले कुछ अपमान न कर दे। जब एक विधायक सुरक्षित नही ये हिन्दु राष्ट्र की बात करते है। मेरे बेटे के अपमान के कारण में रात भर सो नही सका। उन्होने कहा कि यदि एफआईआर दर्ज नही की गई तो वह जी-20 समिट के दौरान अपने बेटे का इस्तीफा दिलायेंगे। उन्होने यह भी कहा कि यह एक व्यक्ति या समाज नही बल्कि विधानसभा के 5 लाख लोगो का अपमान है। सदि एफआईआर दर्ज नही की गई तो वह आत्महत्या कर लेंगे। प्रदेश कांग्रेस के अधिकृत ट्वीटर हेंडल से भी इस वीडियों को पोस्ट किया गया है। मामले को लेकर भाजपा विधायक राकेश प्रजापति या भाजपा संगठन का कोई अधिकृत बयान सामने नही आया है।

कौन है आरडी प्रजापति

आरडी प्रजापति का राजनैतिक सफर कई राजनैतिक विचारधाराओं से जुड़ा रहा है वह अपनी सरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति में आए थे। उन्होंने अपना राजनैतिक सफर बहुजन समाज पार्टी से शुरू किया था। वे 2003 में बहुजन समाज पार्टी से महाराजपुर विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरे परंतु हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद मध्यप्रदेश भाजपा में चल रही उथल पुथल के बीच वह बसपा छोड़कर उमा भारती की पार्टी भारतीय जनशक्ति पार्टी में शामिल हो गये और 2008 में भाजश से चंदला क्षेत्र से चुनाव लड़ा। दोनों चुनाव में हार के बाद उन्होने ने भाजपा का दामन थामा लिया।

2013 में भाजपा के उम्मीदवार के रूप में उन्होंने चंदला से विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। परंतु अगले ही चुनाव में भाजपा ने उनसे किनारा कर लिया और वर्ष 2018 में उनका टिकट काटकर उनके बेटे राजेश प्रजापति को चंदला से उम्मीदवार बनाया जो वर्तमान में भाजपा के विधायक है और मौजूदा विवाद का केन्द्र है।

2018 में पार्टी टिकिट पाने में असफल रहे प्रजापति ने टीकमगढ़ संसदीय क्षेत्र से टिकट की मांग की थी लेकिन भाजपा ने डॉ. वीरेंद्र खटीक को ही उम्मीदवार बनाया। इस कारण से उन्होंने बगावत करते हुए समाज वादी पार्टी का दामन थाम लिया था और अखलेश यादव की उपस्थिति में सदस्यता ग्रहण की थी। वह सपा के प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे परंतु उन्हे सिर्फ 42 हजार 585 वोट से ही प्राप्त हो सके थे।

बयानों को लेकर विवादों में घिर चुके है आरडी प्रजापति

पूर्व विधायक आर.डी.प्रजापति अपने बयानों को लेकर अक्सर विवादों में फँसकर चर्चाओं में आ चुके है विगत कुछ दिन पूर्व ही इनके द्वारा बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर खुलकर आरोप लगाये थे। जिसके चलते भाजपा के जिला अध्यक्ष द्वारा उनके बयान को अनर्गल बताया गया था। ओबीसी महासभा से जुड़े प्रजापति इससे पहले वह तत्कालीन सांसद सांसद वीरेन्द्र खटीक पर भी आरोप लगा चुके है, जिसके बाद वह मीडिया की सुर्खियों में आये थे।

छतरपुर में आयोजित ओबीसी महासभा के आंदोलन के दौरान भी इनके बयानों से बखेड़ा खड़ा हो गया था और कई जगह प्रदर्शन हुआ था बाद में उनकी गाड़ी पर हुए पथराव को लेकर भी उनके बयान चर्चाओं में रहे थे। मौजूदा मामले में बेटे के पक्ष में खुलकर सामने आये पूर्व विधायक ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पर ही आरोप जड़ दिया है, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद वीडी शर्मा के साथ उनकी पुरानी अदावत है।

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