(देवरीकलाँ) देवरी थाना पुलिस ने विगत शुक्रवार एव शनिवार की दरम्यानी रात्रि थाना क्षेत्र के कोपरा चीमाढाना मार्ग से होकर 2 वाहनों में अनयत्र तस्करी की जा रही 40 पेटी शराब जब्त कर 2 आरोपियों को गिरप्तार किया है। पुलिस द्वारा मामले अन्य वांछितों की तलाश जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस को मुखबिर के जरिये शुक्रवार रात्रि सूचना प्राप्त हुई थी जबलपुर की ओर से गाड़ियों में भरकर शराब लाई जा रही है। जिसको लेकर देवरी थाना पुलिस ने सजगता से कार्रवाई करते हुए कोपरा से चीमाढाना मार्ग पर घेराबंदी की एवं पिपिरया ग्राम के शमशान के पास दो कारों ईको र्स्पोटस् एवं बोलेरो कार को रोककर तलाशी ली तो वाहनों से 40 पेटी शराब बरामद की हुई मामले गाड़ी में सवार दो व्यक्तियों को गिरप्तार किया गया है।
थाना प्रभारी उपमा सिंह ने बताया कि घेराबंदी के दौरान पुलिस को देखकर आरोपीयों ने मौके से भागने का प्रयास किया। परंतु पुलिस टीम ने घेराबंदी कर दोनों कारों को पकड़ लिया और उनमें सवार दो युवकों को हिरासत में लिया। कारों से बरामद 40 पेटी 360 लीटर लाल मसाला शराब कीमती 2 लाख रुपए बरामद हुई। पुलिस द्वारा मामले में संलिप्त कार क्रमांक एमपी 20 बीए 3642 और कार क्रमांक केए 01 एएफ 8017 को जब्त किया। पुलिस द्वारा मौके पर कार में सवार जितेन्द्र पुत्र रामसिंह लोधी उम्र 19 साल निवासी मालाकला पाटन और राघवेन्द्र पुत्र चैन सिंह लोधी उम्र 18 साल निवासी कटरा बेलखेड़ा जबलपुर को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा मामले में आरोपियों की पूछताछ की जा रही है। पुलिस शराब के स्त्रोत एवं उसे कहा ले जाया जा रहा था इस मामले में पड़ताल कर रही है। पुलिस को मामले में स्थानीय नेटवर्क की संलिप्तता का संदेह जिसकों लेकर पूछताछ जारी है। पुलिस द्वारा मामले में आरोपियों के विरूद्ध आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस कार्रवाई के बाद भी नही रूक रही अवैध शराब की तस्करी
शराब एवं मादक द्रव्यों की तस्करी का गढ़ बन रहे देवरी क्षेत्र में पुलिस की सक्रियता के बाद भी तस्करी घटनाओं पर विराम नही लग पा रहा है। क्षेत्र में पनप चुके कई नेटवर्क शराब ड्रग्स, गांजा सहित अन्य मादक द्रव्यों की तस्करी में संलिप्त है जो मुख्य मार्गो पर पुलिस की हलचल पाकर वन मार्गो से होकर अपनी खेपों का परिवहन कर रहे है। मामले में आरोपियों द्वारा कोपरा से चीमाढाना से एनएच से जुड़ने वाले मार्ग का प्रयोग किया था परंतु मुखबिर की सूचना एवं पुलिस की सक्रियता के कारण उन्हे दबोच लिया गया। मादक द्रव्यों की तस्करी में लिप्त व्यक्तियों के राजनैतिक रसूख एवं दबंगी के कारण जन सामान्य उनके मामलों में हस्तक्षेप या सूचना देने से कतराता है। प्रशासन द्वारा ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित कर ठोस कार्रवाई की जानी चाहिए।
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