नौरादेही अभ्यारण में गस्ती वाहन पर बम फेंका बाल-बाल बचे वनकर्मी

टाइगर रिजर्व के रूप में विकसित हो रहे अभ्यारण नौरादेही की सुरक्षा पर उठे सवाल

Questions raised on the security of Nauradehi sanctuary being developed as Tiger Reserve
Forest worker narrowly hurled bomb at patrol vehicle in Nauradehi sanctuary

(देवरीकलाँ) प्रदेश में काले हिरण एवं बाघों का सुरक्षित आवास बनाने के लिए चल रहे सरकारी प्रयासों के बीच नौरादेही अभ्यारण में गस्ती दल पर लगातार हमलें की घटनाये टाइगर रिजर्व की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा रही है। विगत बुधवार को अभ्यारण की नौरादेही रेंज में अज्ञात हमलावरों द्वारा वन विभाग के गस्ती वाहन पर देशी बम से हमला किया गया, घटना में वनकर्मी बंद गाड़ी में सवार होने के कारण बाल-बाल बच गये।

अभ्यारण में जमीनी अमले पर हमले की यह दूसरी वारदात है इसके पूर्व लगभग 2 माह पहले वनों की कटाई में लगे तस्करों द्वारा वन अधिकारियों से मारपीट की गई थी।

नौरादेही अभ्यारण के सिंगपुर गेम परिक्षेत्र के अधिकारियों के मुताबिक वह मंगलवार रात्रि में गस्त के लिए बोलेरों वाहन में सवार होकर गये थे। वाहन जब रेंज के ग्राम कठोतिया के समीप जंगल से होकर गुजर रहा था तभी अचानक अज्ञात व्यक्ति द्वारा वाहन के आगे बम फेंका गया, जिसके तेज घमाके की आवाज से पूरा एरिया दहल गया और और आग की लपटों के साथ चारो तरफ धुंआ ही धुंआ फैल गया। अकस्मात हुए इस हमले से वनकर्मी घबरा गये, बाद में उन्होने वाहन से निकल कर आसपास तलाश की परंतु घुप्पत अंधेरा एवं कोहरा होने के कारण हमलावर भागने में कामयाब रहे।

गस्ती दल में शामिल रमपुरा वीट गार्ड भगीरथ पटेल ने पत्रकारों को बताया कि हमले के बाद उन्हें दूसरे हमले की आशंका था जिसके कारण गाड़ी से बाहर निकलना खतरनाक हो सकता था। बाहर घना अंधेरा था, बाद में जब वह संभले और बाहर निकले तो बाहर बारूद की गंध चारो और फैली हुई थी। जमीन में बम फटने से गड्डा हो गया था। मामले के संबंध में सिंगपुर रेंजर सौरभ जैन ने पत्रकारों को बताया कि घटना की सूचना स्टाफ द्वारा दिये जाने के बाद वह तत्काल ही मौके पर पहुंचे थे। लेकिन यह बताना कठिन है कि हमला किसने किया इसकी जानकारी अभी तक नही मिल पाई है मामले की जांच की जा रही है, सभी स्टाफ सुरक्षित है।

अभ्यारण में वन अमले पर हमले की यह पहली घटना नही है इसके पूर्व विगत 5 दिसम्बर को गस्त के दौरान, तस्करों ने रेंज के परिक्षेत्र अधिकारी रेंजर सौरभ जैन पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था। नौरादेही अभ्यारण में वनों के संवर्धन एवं वन्यप्राणियों के सुरक्षित आवास बनाने के लिए करोड़ो रूपये खर्च कर चल रहे प्रयासों के मध्य ऐसी वारदाते अभ्यारण की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। जमीनी अमले पर लगातार हमलों की वारदातों में इजाफे के बाद भी बंद आफिसों में बैठे अभ्यारण प्रशासन के अधिकारियों द्वारा ऐसे मामलों को नजरअंदाज किया जाना उनके मनोबल को तोड़ने वाला है। ऐसे मामलों में विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा कड़े कदम उठाये जाना आवश्यक है।

विभाग ने देवरी थाने में दर्ज नही कराई शिकायत

नौरादेही अभ्यारण की सिंगपुर रेंज के गस्ती वाहन पर बम अज्ञात व्यक्तियों द्वारा देशी बम से हमले की घटना के 2 दिन बाद भी किसी प्रकार की शिकायत देवरी थाना में नही की गई है, रेन्ज के अधिकारियों के मुताबिक घटना देवरी थाना क्षेत्र की बताई गई है परंतु घटना के 2 दिवस बाद भी घटना को लेकर वन अधिकारियों द्वारा न तो थाने में सूचना दी गई और न ही किसी प्रकार की शिकायत दर्ज कराई गई है। इस संबंध में देवरी थाना प्रभारी श्रीमति उपमा सिंह ने बताया कि वन अधिकारियों द्वारा अब तक थाने में किसी प्रकार की शिकायत नही दी गई है, उनका कहना है कि उक्त रेंज में दो थानों की सीमाये शामिल है हो सकता है कि कही अन्य शिकायत दर्ज कराई गई हो।

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