शराब ठेके के पास लगाया बोर्ड दिन दहाड़े फर्राटे दार इंग्लिश सीखे

बुरहानपुर का मामला कलेक्टर ने संज्ञान लिया तो आबकारी विभाग की जांच शुरू की

A board was put up near the liquor shop to learn fluent English in broad daylight-Burhanpur mp
A board was put up near the liquor shop to learn fluent English in broad daylight-Burhanpur mp

(बुन्देली बाबू) मध्य प्रदेश में शराब ठेको के संचालन में नियम कानून को ताक पर रखने के मामले अक्सर सामने आते है। ताजा मामला प्रदेश के बुरहानपुर जिले का है जहा एक एक शराब दुकान के पास लगा एक विवादित पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। पोस्टर में दिन दहाड़े अंग्रेजी सीखने को बढ़ावा देने के साथ ही शराब की दुकान की ओर इशारा किया गया था। इस पोस्टर के वायरल होने के बाद अब प्रशासनिक हलको और शहर में खलबली मच गई है। जिला कलेक्टर द्वारा मामला संज्ञान में लेने के बाद अब आबकारी विभाग द्वारा मामले की जांच आरंभ की गई है।

पोस्टर हुआ वायरल तो लोगो ने दी प्रतिक्रिया
बुराहानपुर में शराब दूकान के पास लगाये गये इस बोर्ड को शासन द्वारा आबकारी विभाग द्वारा निर्धारित रंगों में ही बनाया गया था जो आमतौर पर आबकारी विभाग द्वारा लगाये जाने वाले बोर्ड जैसा था। उक्त पोस्टर पर लिखा गया था। दनदहाड़े इंग्लिश बोलना सीखें इसके साथ ही एक तीर शराब की दुकान की ओर इशारा कर रहा है। इस अजीबोगरीब पोस्टर का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगो ने इसकी जमकर आलोचना कर। लोग इसे शराब की दुकान को प्रमोट करने घटिया कोशिश बता रहे हैं। लोगो ने सोशल मीडिया पर आबकारी विभाग को भी जमकर आड़े हाथ लिया।

मामले के संबंध में लोगों का कहना है कि इस तरह के पोस्टर से समाज में गलत संदेश जाता है। इससे युवा पीढ़ी पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है। लोग इसे शिक्षा का अपमान करार दे रहे हैं। वहीं, कुछ लोग इसे शराब की दुकानों के विज्ञापन की गंदी कोशिश बता रहे है।

जिला कलेक्टर ने दिये कार्रवाई के निर्देश
जिला कलेक्टर भव्या मित्तल ने इस मामले पर तुरंत संज्ञान लिया है और पोस्टर हटाने के साथ ही दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के पोस्टर से समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचती है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आबकारी विभाग भी इस मामले की जांच कर रहा है। ताजा जानकारी के मुताबिक कलेक्टर के आदेश के बाद पोस्टर हट गया है। ठेके के कर्मचारियों से जब इस पोस्टर को लगाने के बारे में बात की गई, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।

नींद से जागे आबकारी विभाग ने जांच शुरू की
जिला कलेक्टर द्वारा मामला संज्ञान में लिये जाने के बाद अब आबकारी विभाग नींद से जाग चुका है और मामले की जांच किये जाने की बात कर रहा है। जबकि ऐसा नही है कि आबकारी विभाग की निगरानी में संचालित ठेके के पास लगाया गया ये पोस्टर उनके संज्ञान में न आया हो। लोग विभाग की कार्यप्रणाली और मंशा पर सवाल उठा रहे है। इस संबंध में विभाग अधिकारियों का कहना है कि ऐसे पोस्टर लगाने की अनुमति नहीं है और दोषी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद एक बार फिर से शराब की दुकानों के विज्ञापन और उनके प्रभाव पर बहस छिड़ गई है। लोग मांग कर रहे हैं कि इस तरह के विज्ञापनों पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए।

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*