(बुन्देली बाबू) मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में 12 वर्षीय की बच्ची के साथ दरिंदगी का मामला सामने आने से पूरे देश
में भूचाल है, घटना महाकाल थाना इलाके की है, थाना अंतर्गतं बड़नगर रोड पर दांडी आश्रम के पास बच्ची को सोमवार शाम
घायल हालत में पाया गया था। उसके कपड़े खून से सने थे और वह आधे अधूरे कपड़ों में गंभीर हालत में वदहवास सड़क पर भटकती हुई पाई गई।
मीडिया रिर्पोट से प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित बच्ची को लगभग ढाई घंटे तक सांवराखेड़ी सिंहस्थ बाइपास की कॉलोनियों में भटकते पाया गया था जिसके सीसीटीव्ही फुटेज पुलिस ने खोजे हैं। वह पूरे आठ किलोमीटर चलती गई। उसके प्राइवेट पार्ट्स में गंभीर चोटें हैं। उसने पुलिस को बताया- उसकी मां के साथ भी गलत काम हुआ है, लेकिन उसकी मां कहां है और वह उज्जैन तक कैसे आई? इस बारे में कुछ भी नहीं बता पा रही है।
मीडिया खबरों के मुताबिक ज्यादा खून बह जाने के कारण बच्ची को इंदौर के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। वहां उसे खून चढ़ाया गया, बच्ची अब खतरे से बाहर है। डॉक्टरों ने रेप की पुष्टि की।
उज्जैन के पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने पीड़ित बच्ची के प्रयागराज उत्तरप्रदेश इलाके के होने की संभावना जाहिर की है। पुलिस के मुताबिक गंभीर हालत के चलते बच्ची ठीक से ज्यादा कुछ बता नहीं पा रही है कि घटना कहां हुई।
गंभीर मामले को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार को अक्षम बताते हुए प्रदेश में महिला उत्पीड़न के मामलों को लेकर बीजेपी सरकार को घेरा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मामले में ट्वीट करते हुए प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाये है।
वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। जांच के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मामले में एक ऑटो ड्राइवर हिरासत में
पुलिस ने जब ब्ब्ज्ट फुटेज खंगाले तो उसमें एक ऑटो रिक्शा हाटकेश्वर मार्ग पर दिखाई दिया है, जिसमें एक व्यक्ति भी पीड़ित के साथ दिख रहा है। फुटेज की मदद से पुलिस ने मंगलवार रात को ऑटोवाले को खोज निकाला। हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है। आटो में खून के धब्बे मिलने की बात भी सामने आई है जिसका मिलान पुलिस द्वारा पीड़िता के ब्लड सैंपल से कराये जाने की बात की गई है।
वदहवास बच्ची ने बताया कोई पीछा कर रहा है
सीसीटीव्ही फुटेज में बच्ची सोमवार सुबह 5 बजकर 52 मिनट पर तिरुपति ड्रीम्स कॉलोनी में हड़बड़ाती हुई पैदल जाती दिखी है। इस दौरान सुबह कॉलोनी के एक वृद्ध ने उससे पूछा भी कि क्या हुआ है तो वह इतना ही बोली कि कुछ लोग मेरे पीछे लगे हैं। इसके बाद वह रुकी नहीं, तेजी से चलती गई।
पुलिस संबंधित व्यक्ति तक भी पहुंची और बच्ची से हुई बातचीत के बारे में पता किया। इससे ये सामने आया कि वह दरिंदगी का शिकार होने के बाद जान बचाकर निकली और उसे समझ नहीं आ रहा था कि कहां जाए और किससे मदद मांगे। बस पैदल इस कॉलोनी से उस कॉलोनी चली जा रही थी।
एसपी शर्मा ने उत्तर प्रदेश निवासी महिला एक्सपर्ट की मदद से बच्ची की बोली समझी। इससे ये पता चल पाया कि वह उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के एक गांव की हो सकती है। उसकी बोली इस इलाके के एक समुदाय की बोली है। मध्य प्रदेश पुलिस, उत्तर प्रदेश पुलिस से भी संपर्क कर परिवार का पता करने का प्रयास कर रही है।
पुलिस टीम 72 घंटे के फुटेज खंगाल रही है। इस दौरान बाइपास मार्ग से निकले भारी वाहनों की भी डिटेल निकलवाई जा रही है। इसमें हाटकेश्वर मार्ग के फुटेज से कुछ सुराग हाथ लगे हैं। लोगों के मूवमेंट पर भी काम हो रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि तकनीकी टीमें भी इसमें लगी हुई हैं। हर स्तर पर काम हो रहा है।
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