5 हजार नही दिए तो कलयुगी बेटे ने माँ के टुकड़े किए, मुक्ति के लिए सूटकेश में भरकर प्रयागराज पहुँचा

हरियाणा के हिसार में दिया घटना को अंजाम, प्रयागराज पुलिस ने किया गिरप्तार

When 5 thousand rupees were not given, Kalyugi's son cut his mother into pieces, packed her in a suitcase and reached Prayagraj for salvation.
When 5 thousand rupees were not given, Kalyugi's son cut his mother into pieces, packed her in a suitcase and reached Prayagraj for salvation.

(बुन्देली बाबू डेस्क) संसार के सबसे पवित्र रिश्ते को कलंकित करने वाले एक कलयुगी बेटे ने, 5 हजार रूपये ने देने से नाराज होकर अपनी सगी माँ की हत्या कर दी। और उसके शव के टुकड़े कर उसे सूटकेस में भरकर प्रयागराज पहुँच गया जहाँ पुलिस द्वारा आरोपी को गिरप्तार किया गया है। आरोपी माँ की मुक्ति के लिए उसका शव संगम में प्रवाहित करना चाहता था परंतु पुलिस ने उसे धर दबोचा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी बिहार का रहने वाला है एवं हिसार (हरियाणा) में रहकर आईआईटी की तैयारी कर रहा है। जो अपनी माँ के शव के टुकड़ों से भरा सूटकेस लेकर प्रयागराज पहुँचा था, अपनी मां की हत्या के बाद मुक्ति के लिए वह शव को बैग में भरकर वह संगम के तट पर बॉडी को प्रवाहित करने के लिए पहुंच गया. जिसे पुलिस द्वारा संदिग्ध गतिविधियों के चलते हिरासत में लेकर पूछताछ की गई जिससे दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई।

आरोपी छात्र ने पुलिस को बताया कि वह आईआईटी की तैयारी कर रहा है. घटना तब हुई जब आरोपी ने मां से पांच हजार रुपए मांगे, लेकिन ने पैसे देने से मना कर दिया. जिसके बाद उसने अपनी मां का गला दबाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. हत्या करने के बाद युवक हरियाणा से मां के शव को सूटकेस में भरता है और प्रयागराज के संगम पहुंच जाता है. जिसके बाद वह संगम में ही शव को प्रवाहित करने जा रहा था.

पुलिस ने खोला सूटकेस तो मिले टुकड़े
आरोपी की गतिविधियों को देखकर लोगों को शक हुआ और उन्होंने तट पर गश्त लगा रही पुलिस को सूचित किया. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब सूटकेस खुलवाया तो अंदर एक महिला का शव था. पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट कर लिया है और उससे पूछताछ कर रही है.

डीसीपी दीपक भूकर ने बताया कि युवक गोपालगंज बिहार का रहने वाला हिमांशु है।. वह अपनी मां प्रतिमा देवी के साथ हरियाणा के हिसार में रहता था और वहां हिसार में ही काम करता था. 13 दिसंबर को हिमांशु ने अपनी मां से पांच हजार रुपये की मांग की. उसकी मां ने रुपए न होने की बात कहकर उसे पैसे देने से मना कर दिया तो वह गुस्से से आग बबूला हो गया. इसके बाद उसने अपनी मां का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी.

ट्रेन में भरकर ले गया मां के टुकड़े
इस वारदात की भनक मकान मालिक को भी नहीं हो पाई. इसके बाद हिमांशु ने अपने मां के शव को एक बड़े से सूटकेस में बंद करके ठिकाने लगाने की सोची. सूटकेस में मां के शव को भरकर वह हिसार के हंसी रेलवे स्टेशन पहुंचा. यहां से गाजियाबाद की ट्रेन पकड़ी और फिर गाजियाबाद से प्रयागराज की ट्रेन पकड़ी.

संगम पर वह अपनी मां के शव को प्रवाहित करना चाह रहा था पर अंधेरा होने से वह कुछ समझ नहीं पा रहा था. इसके बाद कुछ लोगों ने उसे देख लिया और गश्त कर रही पुलिस को सूचना दे दी. जिसके बाद पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की पूछताछ में हिमांशु ने बताया कि उसने आवेश में आकर अपनी मां की हत्या की है.

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