(बुन्देली बाबू) मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव की अगुवाई वाली भाजपा सरकार नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण संपन्न हुआ। इस दौरान मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए कुल 28 विधायकों मंत्रिपद की शपथ दिलाई गई. इनमें 18 कैबिनेट, 6 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और 4 राज्य मंत्री होंगे। राज्यपाल मंगू भाई पटैल ने नवनियुक्त मंत्रियों को शपथ दिलाई।
मध्य प्रदेश में शपथ लेने वाले मंत्रियों के नाम
कैबिनेट मंत्री
1-प्रदुम्न सिंह तोमर
2-तुलसी सिलावट
3-एदल सिंह कसाना
4-नारायण सिंह कुशवाहा
5-विजय शाह
6-राकेश सिंह
7-प्रह्लाद पटेल
8-कैलाश विजयवर्गीय
9-करण सिंह वर्मा
10-संपतिया उईके
11-उदय प्रताप सिंह
12-निर्मला भूरिया
13-विश्वास सारंग
14-गोविंद सिंह राजपूत
15-इंदर सिंह परमार
16-नागर सिंह चौहान
17-चौतन्य कश्यप
18-राकेश शुक्ला
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार )
19-कृष्णा गौर
20-धर्मेंद्र लोधी
21-दिलीप जायसवाल
22-गौतम टेटवाल
23- लेखन पटेल
24- नारायण पवार
राज्यमंत्री-
25–राधा सिंह
26-प्रतिमा बागरी
27-दिलीप अहिरवार
28-नरेन्द्र शिवाजी पटेल
कई वरिष्ठ पुराने चेहरे दरकिनार
मध्य प्रदेश के इस नए मंत्रिमंडल में पार्टी के कद्दावर एवं पुराने चेहरों को जगह नही दी गई है। पार्टी की सांसद होते हुए भी विधानसभा का चुनाव लड़ने वाली रीति पाठक को जगह नहीं दी गई है. बीजेपी ने सांसद होते हुए भी विधायकी का चुनाव लड़ने के लिए 7 दिग्गजों को चुनावी रण में उतारा था. इनमें से फग्गन सिंह कुलस्ते और गणेश सिंह चुनाव हार गए थे. वहीं नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष बना दिया गया है. ऐसे में बाकी के चार में से तीन सांसदों को बीजेपी ने कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है. जिसमें प्रहलाद पटैल, राव उदयप्रताप सिंह, राकेश सिंह शामिल है। वही पार्टी के दिग्गज मंत्री भूपेन्द्र सिंह, गोपाल भार्गव, जयंत मलैया, ललिता यादव, बिजेन्द्र प्रताप सिंह बुंदेला के साथ ही सिंधिया खेमे के मंत्री रहे प्रभुराम चौधरी को भी मंत्री नही बनाया गया है।
विजयवर्गीय भी मोहन सरकार में शामिल
बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री का पद छोड़कर आने वाले प्रह्लाद पटेल को मध्य प्रदेश में मंत्री बनाया है. उन्ही के साथ राकेश सिंह और उदय प्रताप सिंह को भी बीजेपी ने मंत्री बनाया है. ये दोनों भी सांसद होते हुए पार्टी के निर्देश पर विधानसभा का चुनाव लड़े थे और जीते थे. वहीं इस लिस्ट में पार्टी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय का नाम भी शामिल है. विजयवर्गीय को भी बीजेपी ने कैबिनेट मंत्री बनाया है.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज का नाम नही
प्रदेश में भाजपा की सरकार लाने में केन्द्रीय भूमिका में रहे लाड़ली बहनों के भाई और बच्चों के मामा शिवराज सिंह का नाम मोहन सरकार के मंत्रियों में नही है। ऐसा माना जा रहा है कि शिवराज के कद को लेकर मंत्रिमंडल में उन्हे मंत्री पद दिया जाना बेमानी होता साथ ही पार्टी द्वारा उन्हे लोकसभा चुनावों में बड़ी भूमिका दिये जाने की चर्चा है। ऐसे में उनके पार्टी संगठन या केन्द्रीय राजनीति में सक्रिय होने के कयास लगाये जा रहे है।
सिंधिया समर्थको का पलड़ा भारी
कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे का मोहन मंत्री मंत्रीमंडल में जलवा बरकरार रहा। ऐसा कहा जा रहा है कि सिंधिया मोहन सरकार में अपने लगभग आधा दर्जन समर्थको को स्थान दिलाने में कामयाब रहे है।
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