मध्यप्रदेश के सबसे अमीर विधायक चेतन कश्यप बने मंत्री, कभी नही लिया वेतन-भत्ता

मोहन सरकार में मिला केबिनेट मंत्री का दर्जा, तीसरी बार जीते थे विधानसभा चुनाव

Madhya Pradesh's richest MLA Chetan Kashyap became minister, never took salary and allowances.
Madhya Pradesh's richest MLA Chetan Kashyap became minister, never took salary and allowances.

(बुन्देली बाबू डेस्क) मध्यप्रदेश विधानसभा के सबसे धनवान विधायक चेतन कश्यप को डॉ. मोहन यादव सरकार में केबिनेट दर्जे का मंत्री बनाया गया है. प्रदेश के 18 दिग्गज नेताओं में अपनी जगह बनाने वाले चेतन कश्यप को आज राज्यपाल मंगू भाई पटैल ने शपथ दिलाई.

उन्होने विधायक कार्यकाल में वेतन भत्ता न लेने का संकल्प लिया था जिसके कारण वह चर्चाओं का केन्द्र रहे थे। एक बार फिर वह पिछली बार से ज्यादा मतो से निर्वाचित होकर तीसरी बार सदन में पहुँचे है और केबिनेट मंत्री के रूप में राज्य सरकार में कार्य करेंगे.

सबसे अमीर विधायक ने नही लिया वेतन भत्ता
मध्य प्रदेश के सबसे रईस बीजेपी विधायक चेतन्य कश्यप ने जब वेतन-भत्ता नहीं लेने का ऐलान किया तो लोगो को हैरत में डाल दिया. पिछली विधानसभाओं में रतलाम शहर से विधायक चौतन्य कश्यप ने वेतन-भत्ता नहीं लिया था. बता दें विधायक चेतन्य कश्यप विगत 10 वर्षो से प्रदेश के सबसे अमीर विधायकों में पहले पायदान पर रहे है.

राष्ट्रसेवा और जनहित को बताया ध्येय
वेतन भत्ता न लेने के संबंध में जब पत्रकारों द्वारा उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वह वेतन-भत्तों की राशि सरकारी खजाने में जमा करा रहे है. उनका कहना था कि राष्ट्रसेवा और जनहित मेरा ध्येय है. उन्होने कहा कि युवावस्था से ही मेरी सामाजिक कार्यों में में रूचि रही है. ईश्वर ने मुझे इस योग्य बनाया है कि मैं जन सेवा में थोड़ा योगदान कर सकूं. इसलिए वेतन भत्ते और पेंशन नहीं लेने का निश्चत किया है.

बता दें मध्य प्रदेश के विधायकों को 30 हजार रुपये प्रति माह वेतन मिलता है, जबकि निर्वाक्षेत्र भत्ता 35 हजार, भत्ता 10 हजार रुपये, कम्प्यूटर ऑपरेटर भत्ता 15 हजार रुपये, लेखन सामग्री-डाक भत्ता के रूप में 10 हजार रुपये प्रति महीने मिलते हैं. इस तरह प्रत्येक विधायक को महीने के 1 लाख 10 हजार रुपये मिलते हैं.

इस बार मंत्री होकर नही लेंगे वेतन भत्ते और सुविधाये
रतलाम शहर से लगातार तीसरी बार विधायक बने चेतन्य काश्यप इस बार मंत्रिमंडल का हिस्सा होंगे। अपने पिछले दो कार्यकाल में काश्यप ने विधायक के रूप में मिलने वाली सुविधाएं, वेतन, भत्ते आदि नहीं लिए थे और इस बार भी नहीं लेने की घोषणा कर दी है।

संगठन में कई पदों पर किया कार्य
विधायक कश्यप भाजपा संगठन में कई पदों पर कार्य कर चुके है, उन्हें संगठन का खासा अनुभव है। वर्ष 2002 से 2013 तक काश्यप भाजपा में एनजीओ प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक, मध्य प्रदेश भाजपा कोषाध्यक्ष सहित अन्य पदों पर रहे। वर्ष 2013 में भाजपा ने पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी का टिकट काटकर काश्यप को मैदान में उतारा. इसके बाद से वे तीनों चुनाव जीते.

काश्यप की संघ पृष्ठभूमि भी मजबूत है और वे क्रीडा भारती में भी कार्यकारी अध्यक्ष हैं। स्थानीय स्तर पर स्कूली विद्यार्थियों के लिए खेल चेतना मेला, क्रिकेट ट्राफी, मेधावी विद्यार्थी सम्मान समारोह भी वे वर्षों से करवा रहे हैं। सामाजिक प्रकल्पों में काश्यप की सक्रियता भी मंत्रिमंडल में चयन का मजबूत आधार मानी जा रही है।

जानें कितनी है चौतन्य कश्यप का सालाना इनकम
मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा में चेतन्य कश्यप सबसे अमीर विधायक हैं. उन्होंने नामांकन फॉर्म में 294 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति बताई है. उनकी सालाना आमदनी 37 लाख रुपए हैं. चेतन्य काश्यप के पास चल और अचल के तौर पर यह संपत्ति हैं, उनके परिवार के दूसरे सदस्य भी करोड़पति हैं.

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