(बुन्देली बाबू सागर) कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर विवादास्पद बयान देकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के भाई और पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह अपनी ही पार्टी के निशाने पर आ गये है, कांग्रेस कार्यकर्ता उनके निष्कासन की मांग कर रहे है। कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग विभाग के उपाध्यक्ष ने प्रदेशा अध्यक्ष जीतू पटवारी को पत्र लिखकर उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने एवं निष्कासन की मांग की है।
कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रांतीय महासचिव एवं पिछड़ा वर्ग विभाग के उपाध्यक्ष पूर्व डिप्टी कलेक्टर महेन्द्र सिंह ने राहतगढ़ में
प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह द्वारा दिये गये बयान की अलोचना करते हुए इसे कांग्रेस के सर्वमान्य नेता
राहुल गांधी की छवि धूमिल करने का प्रयास करार दिया एवं इसके लिए उनके विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है।
उन्होने अपनी विज्ञप्ति में कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एवं राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस दक्षिण पंथी, अधिनायक वादी मानसिकता की सरकार के निर्णायक लड़ाई लड़ रही है। राहुल गांधी ने 4 हजार किलोमीटर की भारत जोड़ो यात्रा निकालकर फासीवादी सरकारी के विरूद्ध लड़ाई में कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया है। जिससे जनमानस में पार्टी की स्वीकार्यता बढ़ी है। राहुल गांधी देश के लोकतंत्र, संविधान एवं संवैधानिक संस्थाओं को बचाने की लड़ाई लड़ रहे है। ऐसे में उनके संघर्ष में सहयोग करने की जगह ऐसे बयान पार्टी की छवि को धूमिल करने का प्रयास है। उन्होने पार्टी प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी को पत्र लिखकर पूर्व सांसद के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई एवं निष्कासन की मांग की है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल मध्यप्रदेश के गुना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह ने कहा कि रााहुल गांधी एक सांसद हैं, वे पार्टी के अध्यक्ष नहीं हैं और एक कांग्रेस कार्यकर्ता हैं। इससे राहुल गांधी कुछ भी नहीं हैं। उनको इतना इतना हाईलाइट नहीं करना चाहिए। पत्रकारों ने जब उनसे कहा कि लोकसभा में बयान देते वक्त कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का चेहरा टीवी पर कम दिखाया जाता है, तो लक्ष्मण सिंह ने कहा कि राहुल गांधी एक साधारण सांसद हैं जैसे पार्टी के बाकी सांसद हैं।
मीडिया को राहुल गांधी को इतना हाईलाइट नहीं करना चाहिए। वो यहा ही नही रूके बल्कि उन्होने यह भी कहा कि कोई इंसान जन्म से नहीं बल्कि अपने कर्मों से बड़ा बनता है। मैं राहुल गांधी को इतना बड़ा नेता नहीं मानता, आप भी मत मानो। वे एक साधारण सांसद हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप उन्हें हाईलाइट करते हैं या नहीं।
कौन है लक्ष्मण सिंह
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर टिप्पणी कर सुर्खियों में आये लक्ष्मण सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री
दिग्विजय सिंह के भाई है। वह पूर्व में 5 बार सांसद एवं 3 बार विधायक के रूप में निर्वाचित हो चुके है एवं हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में उन्होने गुना जिले की चाचौड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकिट पर चुनाव लड़ा था जिसमें भाजपा की प्रियंका मीना ने उन्हे 61 हजार से ज्यादा मतों से हराया था। पूर्व में वह अपने भाई दिग्विजय सिंह से अनबन के चलते 20224 में कांग्रेस से बगावत कर भाजपा का दामन भी थाम चुके है और भाजपा टिकिट पर निर्वाचित भी हो चुके है। अपनी बयानों को लेकर अक्सर वह सुर्खियों में रहत है इस बार वह बयानबाजी के कारण कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के कोपभाजन बन रहे है।
पूर्व में भी दे चुके है विवादास्पद बयान
अपने अजीबोगरीब बयानों को लेकर वह अक्सर पक्ष और विपक्ष के निशाने पर रहते है, प्रदेश विधानसभा चुनाव से पूर्व उन्होने ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक भाजपा सरकार के मंत्रियों पर हमला बोला था। उन्होने ने इशारों-इशारों में कहा कि इन चमचों से और इन जूते उठाने वाले मंत्रियों से कुछ नहीं होने वाला है। वर्ष 2009 में भाजपा में रहते हुए वह तत्कालीन अध्यक्ष नितिन गडकरी से भिड़ गये थे। दरअसल गड़करी ने दिग्विजय सिंह पर आरोप लगाते हुए एक बार कह दिया कि आतंकवादियों की तरफदारी करने वाले औरंगजेब की संतान हैं। लक्ष्मण सिंह को यह बर्दाश्त नहीं हुआ। तब लक्ष्मण सिंह भाजपा में थे। उन्होंने गडकरी से सवाल कर दिया कि वे बताएं कि किसकी संतान हैं। उनके इस बयान पर बीजेपी में हंगामा खड़ा हो गया। उन्हें पहले कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और फिर पार्टी से निकाल दिया गया। वह मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं दिग्विजय सिंह को युवा बताकर उनकी उम्र पर भी टिप्पणी करने को लेकर सुर्खियों में रहे है।
Leave a Reply