इनकी जीत की प्रचण्ड सूनामी में बह गये लोकसभा चुनाव के सारे रिकार्ड

असम की धुबरी और मध्यप्रदेश की इंदौर में ऐतिहासिक जीत के साथ बने कई रिकार्ड

All the records of Lok Sabha elections were swept away in the massive tsunami of their victory
All the records of Lok Sabha elections were swept away in the massive tsunami of their victory

(बुन्देली बाबू डेस्क) लोकसभा चुनाव 2024 कई मायनों में ऐतिहासिक साबित हुआ इसने कई मिथक तोड़ दिये तो, कई नये कीर्तिमान भी स्थापित किये। हाल ही में आये इसके परिणामों ने सभी को हैरत में डाल दिया देश में सबसे ज्यादा चर्चा सबसे बड़ी जीत की हो रही है। असम की धुबरी लोकसभा और मध्यप्रदेश की इंदौर लोकसभा में सबसे अधिक मतो से जीतने के साथ ही सबसे अधिक वोट हासिल करने का रिकार्ड भी कायम हुआ। हलांकि इंदौर में हुए एक तरफा मुकाबले में नोटा ने भी सबसे अधिक मत हासिल कर एक नया कीर्तिमान कायम कर दिया। धुबरी लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रकीबुल हुसैन ने अपने विपक्षी दो बार के एआईयूडीएफ सांसद मोहम्मद बजरूद्दीन अजमल को बुरी तरह परास्त किया। वही मध्यप्रदेश की इंदौर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी ने जीत का इतिहास रच दिया उनका मुकाबला नोटा के साथ हुआ।

धुबरी में बने एक के साथ कई रिकार्ड
असम की धुबरी लोकसभा संभवत देश की सबसे बड़ी लोकसभा है जिसमें मतदाताओं की कुल संख्या 26 लाख 60 हजार 827 है एवं 11 विधानसभाये शामिल है। पांचवे चरण में इस लोकसभा क्षेत्र के लिए हुए चुनाव में क्षेत्र के 92.08 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मतों का प्रयोग किया। जो इस चरण के मतदान का सबसे बड़ा रिकार्ड है। इस मतदान में क्षेत्र के 24.5 लाख मतदाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

4 जून को घोषित हुए चुनाव परिणाम में धुबरी लोकसभा के कांग्रेस उम्मीदवार रकीबुल हुसैन की सुनामी में सारे रिकार्ड टूट। उनके विपक्षी और 2 बार के सांसद एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल का घमंड और वोट शेयर इस सुनामी की प्रचंड लहर में बह गया. न केवल अजेय अजमल का दौर खत्म हुआ, बल्कि कांग्रेस उम्मीदवार रकीबुल हुसैन ने रिकॉर्ड मतों के अंतर से जीत दर्ज की. यह पूरे देश में सबसे अधिक मत है। उन्होने इस चुनाव में देश में सबसे अधिक मत प्राप्त करने का भी रिकार्ड कायम किया इस चुनाव में रकीबुल हुसैन ने 14 लाख 71 हजार 885 वोट प्राप्त हुए। जबकि उनके विपक्षी अजमल को 4 लाख 59 हजार 409 वोट मिले. वहीं एनडीए गठबंधन समर्थित एजीपी उम्मीदवार जाबेद इस्लाम को 4 लाख 38 हजार 594 वोट मिले.
रकीबुल हुसैन कांग्रेस पार्टी से 6 बार के विधायक है जो हेमंत विश्वा शर्मा की अगुवाई में असम में बनी कांग्रेस सरकार में मंत्री भी रह चुके है। उनकी जमीनी पकड़ और संघर्ष ने उन्हे एक ऐतिहासिक जीत दिलाकर पूरे देश में चर्चा में ला दिया।

इंदौर के शंकर लालवानी का नया रिकार्ड
विगत 2019 के चुनाव में सबसे बड़ी जीत का रिकार्ड बना चुके इंदौर से भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी का चुनाव इस बार पूरे समय चर्चाओं का केन्द्र बना रहा। उनके सबसे बड़े प्रतिद्वन्दी माने जा रहे कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम द्वारा ऐन मौके पर अपना नाम चुनाव से वापिस लिए जाने के बाद उनका चुनाव बेहद आसान हो गया था। परंतु मुख्य विपक्षी कांग्रेस द्वारा नोटा को अपना प्रत्याशी घोषित किये जाने के बाद यह चुनाव चर्चाओं का केन्द्र रहा और नोटा के लिए वोट मांगे जाने के औचित्य पर भी सवाल उठाये गये।

इस चुनावी कशमाकश के बाद भी शंकर लालवानी अपना रिकार्ड तोड़कर नया रिकार्ड कायम करने में सफल रहे। इस चुनाव में उन्हे कुल 12 लाख 26 हजार 751 मत प्राप्त हुए वही उनके निकटतम प्रतिद्वन्दी नोटा को 2 लाख 18 हजार 674 मत प्राप्त हुए इस प्रकार उन्होने नोटा से 10,04,077 वोटों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की। परंतु यदि पार्टीगत प्रत्याशियों की बात की जाये तो बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी शंकर सोलांकी उनके निकटतम् प्रत्याशी रहे जिन्हे 51 हजार 659 मत ही प्राप्त हो सके और इस लिहाज से शंकर लालवानी को 11 लाख 75 हजार 92 मतो से जीत प्राप्त हुई जो अपने आप में सबसे बड़ा रिकार्ड है।

इंदौर में नोटा ने भी रचा नया इतिहास
इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी के नाटकीय ढंग से चुनाव मैदान से हटने के बाद श्ुारू हुई नई राजनीति ने देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में एक नया रिकार्ड बना दिया। इस सीट से नोटा को देश के इतिहास में अब तक के ज्यादा वोट प्राप्त हुए। इस सीट से नोटा को 2 लाख 18 हजार 674 मत प्राप्त हुए जो इस चुनाव में देश भर में नोटा को प्राप्त हुए कुल मतों का 14 फीसदी है।

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