(बुंदेली डेस्क) शुक्रवार दोपहर एवं शाम को मौसम में आये बदलाव के चलते बुंदेलखण्ड एवं आसपास के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश एवं ओलावृष्टि के कारण पककर तैयार हो चुकी रवि सीजन की फसलों को भारी नुकसान पहुँचा है। इस क्षेत्र में ओलों के कारण सबसे अधिक नुकसान ललितपुर क्षेत्र में हुआ जहाँ कई ग्रामों में लगातार लगभग आधा धंटे ओलों की बारिश के चलते खेत, सड़कों और मकानों की छतों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई।
वही सागर, अशोकनगर एवं गुना में भी ओलावृष्टि और वारिश के कारण कई ग्रामो में खेतों में पक चुकी फसलों एवं खलिहान में एकत्र कटी हुई फसलों को भारी नुकसान पहुँचा है।
ललितपुर में आधा घंटे तक हुई ओलावृष्टि, कई किसान घायल
ललितपुर जिले में शुक्रवार की शाम मौसम में अचानक आये बदलाव के बाद हुई बारिश व ओलावृष्टि के कारण गांवों में खेतों पककर तैयार खड़ी फसल चौपट हो गई है। जिले के दुर्जनपुरा ग्राम में ओलावृष्टि के कारण खेत मंे कृषि कार्य में मशगूल 10 से अधिक किसान घायल हो गये। प्राप्त जानकारी के अनुसार 5 घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। किसानों ने बताया कि लगभग 30 मिनट तक हुई ओलावृष्टि के कारण खेतों में काम कर रहे कृषक, राहगीर सहित बड़ी संख्या में पालतू पशु एवं पक्षी घायल हुए है।
खेतों में अचानक आई इस आसमानी आफत से बचने के लिए किसानों ने फसलों के गढ्ढर को सिर पर रखकर ओले से बचाव किया। ललितपुर जिले के ग्राम दुर्जनपुरा एवं आसपास के इलाके में भारी ओलावृष्टि के कारण खेतो-,खलिहानों एवं सड़कों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई। उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस वाकये को अपने ट्वीटर हैडल से शेयर करते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार से तत्काल मुआवजे की घोषणा करने की मांग की है।
आसामानी आफत के चलते ओलावृष्टि से पीड़ित कई किसान ओले बोरी में भरकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। ओलावृष्टि को लेकर जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारी को लेखपालों की टीम में भेजकर तत्काल फसलों के नुकसान के सर्वे करने के निर्देश दिये हैं। ओलावृष्टि में ललितपुर तहसील के करगन, बिघाखेत, खुरा, दुर्जनपुरा, अमरपुर, चीरा, तहसील तालबेहट के ग्राम देवरान, हीरापुर, हनूपुरा, बस्त्रावन, उगरपुर, झांवर, तहसील मड़वरा के ग्राम धौरीसागर, लखंजर, कुर्रट व जैतूपुरा में बारिश के साथ हल्के-हल्के ओले गिरे है।
ललितपुर जिले का ग्राम दुर्जनपुरा ओलावृष्टि का मुख्य केन्द्र रहा जहां 3 बजे से आधे घंटे तक सिर्फ ओले की बारिश हुई। खेतों में फसल की कटाई कर रहे किसान ओले से बचने के लिए इधर-उधर भागे। कई किसानों ने तो अपने ऊपर काटी गई फसल के बोझे को अपने सिर व पीठ पर रखकर बचाव किया।
सागर में गाज गिरने से 2 की मौत एक घायल, ओलावृष्टि से तबाही
शुक्रवार शाम को जिले में कई इलाकों में तेल हवाओं एवं बादल की गर्जना के साथ मौसम में आये बदलाव के कारण बारिश एवं ओलावृष्टि के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ है। जिले की देवरी, बीना, जैसीगनर एवं बंडा तहसीलों के कई ग्रामों में चने से बेर के आकार के ओलों के गिरने एवं तेज बारिश के कारण खेतों में पककर तैयार रवि सीजन की चना, मसूर एवं गेंहु, आदि फसलों को भारी नुकसान पहुँचा है।
जिले के जैसीनगर विकासखण्ड के ग्राम हड़ा में शुक्रवार शाम खेत में काम कर रहे 2 कृषक आकाशीय बिजली की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गये जिन्हें तत्काल चिकित्सालय ले जाया गया जहाँ उपचार के दौरान 10 वर्षीय कृषक सरवन से दम तोड़ दिया जबकि घटना में घायल कृषक रामप्रसाद 55 वर्ष को गंभीर स्थिति में जिला चिकित्सालय रिफर किया गया है। वही जिले के बंडा विकासखण्ड के ग्राम बुड़ना में आकाशीय बिजली गिरने के कारण एक व्यक्ति की मौत होने की सूचना है।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में एक विक्षोभ सक्रिय है जो काफी मजबूत है। इसी के प्रभाव से एक प्रेरित चक्रवात साउथ-ईस्ट राजस्थान में 14 मार्च से बना हुआ है। इससे प्रदेश में मौसम बदल गया है। 16 मार्च से फिर एक पश्चिमी विक्षोभ बन गया है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी लेकर आ रही है। इन दोनों के मिश्रण से प्रदेश में बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी का असर है। मौसम का इस तरह का मिजाज 20 मार्च तक बना रह सकता है।
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