(बुंदेली बाबू डेस्क) एमपी अजब है एमपी गजब पर सबसे गजब तो मध्यप्रदेश की पुलिस है जो अक्सर अपनी कार्रवाई को लेकर मीडिया और के निशाने पर रहती है। मौजूदा मामला प्रदेश के प्रमुख विपक्षी नेता कमलनाथ के अपने गृह जिले का है जहाँ एक युवती का दावा है कि पुलिस ने उसकी ही हत्या के आरोप में उसके पिता और भाई पर हत्या प्रकरण दर्ज कर दिया है।
मामला न्यायालय में लंबित है उसका भाई अब भी जेल में है। मामले में युवती ने अपने पिता के साथ पुलिस चौकी पहुँचकर उसके भाई को छोड़े जाने की मांग की है। विगत 2014 से लपता युवती के जिंदा वापिस आने के बाद उपजे घटनाक्रम के बाद पुलिस और अधिकारियों की कार्रवाई और कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं.
मीडिया खबरों के मुताबिक पूरा मामला0 छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा थाना की सिंगोड़ी चौकी का है। चौकी के अंतर्गत आने वाले ग्राम जोपनाला के निवासी शन्नू उइके की बेटी कंचन 2 जून 2014 को अचानक घर से गायब हो गई थी।. उस समय उसकी उम्र 15 वर्ष थी. परेशान पिता ने काफी तलाश करने के बाद मामले में चौकी थाना में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
इसके बाद विगत 2 साल पूर्व 2021 में पुलिस ने उसके भाई और पिता को लड़की की हत्या के शक में हिरासत लिया था। और विवेचना में बाकायदा जेसीबी से लड़की कब्र खोदकर कंकाल की बरामदगी दिखाई थी। जिसके बाद लड़की के पिता और भाई को जेल भेज दिया गया था।
मामले में पुलिस द्वारा दावा किया गया था कि विगत 13 जून 2014 को लड़की के भाई सोनू ने उसकी लाठी के वार से हत्या करके अपने पिता की मदद से शव को घर के पास खेत मे दफना दिया गया था.
पुलिस ने खेत से खुदवाया कंकाल जब्त की 210 हड्डीयां
15 वर्षीय किशोरी के गायब होने के बाद पुलिस द्वारा अपनी विवेचना में उसकी हत्या का शक जाहिर किया गया और वर्ष 2021 में उसकी हत्या के संदेह में उसके पिता और भाई को हिरासत में लिया गया। पुलिस द्वारा दावा किया गया था कि लड़की के भाई और पिता ने स्वीकार किया है कि उनके द्वारा उसकी हत्या कर खेत में दफना दिया गया है। इसी आधार पर पुलिस द्वारा उक्त स्थल की जेसीबी से खुदाई करके कंकाल की बरामदगी की गई।
और मेडिकल रिपोर्ट और तमाम साक्ष्यों के आधार पर लड़की के भाई और पिता को जेल भेज दिया गया. पिता को एक साल जेल में बिताने के बाद जमानत मिली लेकिन भाई अभी जेल में है। मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक मामले में पुलिस द्वारा की गई जब्ती में मृतिका के कंकाल से 210 हड़डीया बरामद किये जाने की बात सामने आई है।
जबकि यह सर्वविदित है कि सामान्य मनुष्य के शरीर में सिर्फ 206 हड़डी होती है ऐसे यह सवाल आवश्यक है कि अतिरिक्त हड्डीयां कहा से आइ और किसकी थी। मामले सामने आई युवती के दावे को सच माना जाये तो पुलिस द्वारा बरामद कंकाल पर ही गंभीर सवाल खड़े हो रहे है जो किसी अन्य अपराध का अंदेशा व्यक्त करते है। या फिर पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह लगा रहे है।
प्रगट हुई युवती का दावा में जिंदा हूं मेरे भाई को छोड़ दे
9 वर्ष गुमशुदा होने के बाद अचानक प्रगट हुई युवती का दावा है कि वह जीवित है और पुलिस द्वारा मामले में उसके निर्दोष भाई और पिता को पुलिस द्वारा जबरन फसाया गया है। इतने सालों के बाद अपने घर पहुची लड़की ने बताया की ओ अपनी मर्जी घर से गई थी और वो इतने वर्षों से उज्जैन में रह रही थी. उसने शादी कर ली है. लड़की का कहना है कि उसके पिता और भाई निर्दाेष हैं उन्हें पुलिस ने जबरन फसाया है.
लड़की का भाई 2 साल से अभी जेल में है और पिता को 1 साल जेल में रहने के बाद उम्र के आधार पर जमानत मिली है. लड़की का कहना है कि मेरे निर्दाेष भाई और पिता के साथ इंसाफ किया जाए. पुलिस ने झूठी कार्रवाई कर मेरे भाई और पिता को फंसाया है.
पुलिस बोली डीएनए जांच में होगा खुलासा
जब इस पूरे मामले में एएसपी संजीव उइके से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 2014 में थाना अमरवाड़ा में एक 363 का प्रकरण दर्ज हुआ था. एक बच्ची 14 साल की घर से अचानक गायब हो गई थी. 2021 में तत्कालीन चौकी प्रभारी के द्वारा पूछताछ की गई तो लड़की के पिता और भाई ने लड़की को मारकर खेत मे दफनाना स्वीकार किया था. जहां पर उन्होंने बताया उस जगह पर नर कंकाल भी बरामद हुआ था.
तत्काल डीएनए टेस्ट के लिए भिजवाया था. रिपोर्ट अभी नही आई है. कोर्ट में मामला लंबित है पिता की जमानत हो गई है बेटा जेल में है. कल अचानक तथाकथित लड़की अपने आपको वो ही लड़की होना बता रही है, क्योंकि 9 साल के बाद आई है और वो उसी लड़की का नाम बता रही है कि में वो ही हूं. इस पूरे मामले में हम डीएनए मिलान के भिजवाएंगे फिर उसके बाद ही साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई करेंगे.
मामले में कई रहस्य होंगे उजागर
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे इस मामले में सच्चाई सामने आने के बाद कई रहस्य उजागर होने की संभावना है। ग्रामीणों और पिता का कहना है कि दावा करने वाली युवती कंचन ही है जो 9 वर्ष पहले घर से गायब हो गई थी।
यदि इसे सच मान लिया जाये तो खेत से बरामद किया गया कंकाल किसका था और उसके साथ मिली अतिरिक्त हड्डीया किसकी थी। मामले में पुलिस कार्रवाई का आधार क्या था। वही इसके विपरीत युवती का दावा डीएनए रिर्पोट में झूटा पाये जाने की दशा में भी कई सवाल खड़े होंगे।
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