इमरजेंसी के हालात में 108 स्टाफ ने एम्बूलेंस में कराया प्रसव

जच्चा-बच्चा पूर्ण स्वस्थ परिजनों ने दिया धन्यावाद

In case of emergency, 108 staff delivered in ambulance
In case of emergency, 108 staff delivered in ambulance

सौरभ नगरिया (देवरी) प्रदेश की स्वास्थ व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाने में अहम भूमिका निभाने वाली 108 सेवा अब अपनी आपात सेवाओं और मिनिमम रिस्पांस टाइम के बल पर दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों एवं पहुँच विहीन इलाकों में बेहतर प्रदर्शन कर रही है।

विगत मंगलवार दोपहर सागर जिले के देवरी 108 सेवा को प्रसव पीड़ा से जूझ रही ग्रामीण महिला को चिकित्सालय लाते हुए विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ा जिनके दौरान अमले ने सूझबूझ से काम करते हुए ऐम्बूलेंस वाहन में ही सुरक्षित
प्रसव प्रक्रिया संपन्न कराई। जिसके बाद जननी एवं बच्चा दोनों ही पूर्णतः सुरक्षित है। और परिजन प्रफुल्लित होकर स्वास्थ अमले का धन्यवाद अदा कर रहे है।

दरअसल मामला देवरी विकासखण्ड के दूरस्थ ग्राम भौरगढ़ का है कभी पहुँच विहीन रहे इस वन बहुल ग्राम में अब ग्रमीण सड़क बन चुकी है जिसके कारण ऐम्बूलेंस एवं अन्य आवागमन सुविधायें ग्रामीणों को मिल रही है। विगत सोमवार दोपहर देवरी 108 सेवा को भोपाल कॉल सेन्टर द्वारा भोरगढ़ पहुँचने का निर्देश दिया गया था।

जिसकी मांग गांव की आशा कार्यकर्ता द्वारा की गई थी। मामला प्रसव पीड़िता से जुड़ा था इसलिए अपनी त्वरित सेवा 108 ऐम्बूलेंस के ईएमटी नवीन सिंह ठाकुर और पायलट अभय पाण्डे भोरगढ़ पहुँचे तो देखा कि प्रसव पीड़िता दशोदा पति मुकेश गौड़ 23 वर्ष के साथ उसके परिजन इंतजार कर रहे थे, उन्हे लेकर वह गंतव्य सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र की ओर रवाना हुए तो लगभग 5 किलोमीटर बाद ही महिला को तीक्ष्ण दर्द की शिकायत हुई और आसपास कोई साधन न देख ऐम्बूलेंस अमले ने गाड़ी में ही डिलेवरी कराने का निर्णय लिया।

गाड़ी रोककर उन्होने महिला को भरोसा दिलाया और कुछ ही समय में आशा कार्यकर्ता की उपस्थिति में महिला ने एक प्यारी सी बच्ची को जन्म दिया। जिसके बाद अमले ने प्राथमिक प्रक्रिया पूर्ण करते हुए जच्चा और बच्चे को सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र देवरी में भर्ती कराया जहाँ वह पूर्णतः सुरक्षित है। ऐम्बूलेंस सेवा के अमले की सहृदयता और मानवीय व्यवहार से परिजन प्रफुल्लित है और उन्हें धन्यवाद अदा कर उनका शुक्रिया अदा किया।

ईएमटी नवीन सिंह ठाकुर ने बताया कि उन्होने नर्सिंग का कोर्स किया है साथ ही ऐम्बूलेंस सेवा संस्था द्वारा उन्हे आपात प्रशिक्षण भी दिया गया है। वाहन में आपात स्थितियों से निपटने के लिए पर्याप्त जरूरी संसाधन होते है जो ऐसी स्थितियों में सहायक सिद्ध होते है।

जिले में 108 सेवा ने कराये कई सुरक्षित प्रसव

108 ऐम्बूलेंस सेवा द्वारा आपात स्थितियों में वाहन में प्रसव पक्रिया कराने का यह पहला मामला नही है, सेवा के जिले के प्रभारी मनोज राय ने बताया कि इसके पूर्व बंडा सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र से सागर रिफर हुई महिला का प्रसव आपात स्थितियों में रास्ते में ही ऐम्बूलेंस अमले द्वारा गाड़ी में ही कराया गया था। उक्त महिला खून की कमी से जूझ रही थी परंतु अमले द्वारा अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर जननी एवं बच्चें को सुरक्षित किया गया था। जिसे बाद में कर्रापुर प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र में भर्ती कराया गया था।

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