(बुन्देली डेस्क) सागर जिले के मालथौन थाना में पदस्थ दो चर्चित आरक्षकों को अवैध शराब कारोबार में संलिप्त पाये जाने के कारण उनके विरूद्ध आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज होने के बाद गिरप्तार कर जेल भेजा गया है।
उक्त आरक्षक पूर्व मंे अवैध शराब परिवहन कर रहे वाहनों को छोड़ने के एवज में रिश्वत लेने के मामले में निलंबित किये गये थे। अब नये मामले में उनकी संलिप्ता के चलते वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उनके विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया गया है।
दरअसल विगत दिवस मालथौन थाना पुलिस द्वारा मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार कस्बे के वार्ड क्रमांक 07 स्थित निर्माणाधीन आवास के पीछे खोदे गये एक गढ्ढे से भारी मात्रा में अवैध शराब जब्त की गई थी। मामले में थाना पुलिस द्वारा मकान के मालिक चाली पिता रामप्रसाद यादव के विरूद्ध आबकारी अधिनियम की धारा 34/2 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था। अब मामले के विवेचना में उक्त अवैध शराब के संग्रह में भी पुलिस की संलिप्तता की बात की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत गुरुवार को एसडीओपी खुरई सुमित केरकट्टा ने मालथौन पुलिस बल के साथ नगर के वार्ड 7 के निवासर चाली पिता रामप्रसाद यादव के निर्माणाधीन घर में छापामार कारर्वाई की थी जिसमें निर्माणाधीन आवास में बने एक गढ्ढे से करीब 120 पेटी अवैध शराब जप्त की गई थी। मामले में आरोपी चाली यादव को गिरफ्तार कर मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया था। पुलिस द्वारा आरोपी चाली यादव से पूछताछ की गई तो आरोपी द्वारा पुलिस को बताया गया की आरक्षक भीकम जाटव और राजू सिकरवार ने यह कहकर घर के अंदर शराब रखबाई थी कि यह शराब थाना मालथौन की हैं।
जिसके बाद पुलिस ने मामले में निलंबित आरक्षक भीकम जाटव ,राजू सिकरवार को आबकारी एक्ट 34/2 के तहत आरोपी बनाया गया। दोनो को गिरफ्तार कर पुलिस ने खुरई न्यायालय में पेश किया जहां उन्हें जेल भेज दिया।
अवैध शराब से भरे पिकअप को छोड़ने के लेनदेन में हुए थे निलंबित
विगत 22 और 23 मई की रात्रि में मालथौन स्थित नेशनल हाइवे 44 के टोल प्लाजा के समीप पुलिस द्वारा अवैध शराब से भरा पिकअप वाहन पकड़ा गया था। जिसे पुलिस द्वारा पकड़ने के बाद शराब तस्कर से बड़ी रकम लेकर छोड़ने की बात सामने आई थी। मामले की शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक सागर द्वारा कराई गई जांच में मामले में संलिप्त थाना प्रभारी एवं पुलिस कर्मियों द्वारा सौदेबाजी किये जाने की बात सामने आई थी।
मामले में पुलिस कर्मियों पर शराब तस्कर से 3 लाख रुपए लेने का आरोप लगा था जिसकी राशि 2 लाख रुपए नकद एवं शेष 1 लाख रुपए ऑन लाईन लिये जाने की बात सामने आई थी। मामले में पुलिस जांच मे पाया गया था कि पुलिस कर्मियों ने चौक पोस्ट के पास ऑनलाइन पैमेंट का काम करने वाले युवक के खाते में ट्रांसफर कराए थे।
मामले में पुलिस द्वारा विजय नाम के व्यक्ति से सख्ती से पूछताछ हुई तो उसने सच उगल दिया। पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने तकनीकी जांच के दौरान साइबर सेल की मदद ली। तस्कर, खातेदार, थाना प्रभारी और तीनों पुलिस कर्मियों की सीडीआर यानी कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड निकलवाकर कड़ियां जोड़ी गईं। आपस में इनके बीच बातचीत हुई थी।
एसपी ने मामले में मालथौन थाना प्रभारी शकुंतला बामनिया, आरक्षक राजू सिकरवार, भीकम जाटव व कार्यवाहक प्रधान आरक्षक सुशील चौहान को निलंबित कर दिया था।
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