Sagar Police: एक वर्ष बाद खुला हत्या का राज, रिक्रिएशन में सच सामने आया

पत्थरों से कुचलकर की युवक की हत्या, दुर्घटना बताकर हरियाणा भाग गये थे आरोपी

After one year, the secret of the murder was revealed, the truth came out in the recreation.
After one year, the secret of the murder was revealed, the truth came out in the recreation.

(बुन्देली बाबू डेस्क) सागर जिले के बंडा थाना क्षेत्र में विगत वर्ष पूर्व हुई युवक की जघन्य हत्या की वारदात के मामले में पुलिस द्वारा मामले का खुलासा कर आरोपियों को गिरप्तार किया गया है। इस रहस्यमय हत्या के मामले की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को लगभग एक साल का वक्त लग गया।

इस मामले की सच्चाई सामने लाने के लिए पुलिस द्वारा मृतक की मौत की घटना का रिक्रिएशन किया जिसमें मामले की पूरी सच्चाई सामने आ गई। मामले में पुलिस ने संदिग्ध आरोपियों हिरासत में लेकर पूछताछ की जिसमें उनके द्वारा पूरी कहानी सुनाते हुए अपना जुर्म कबूल लिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत 14 अप्रैल 2022 की रात्रि में दमोह जिले की बटियागढ़ थाना पुलिस द्वारा पुष्पेन्द्र सिंह पुत्र हाकम सिंह लोधी उम्र 26 साल निवासी ग्राम धौराज थाना बटयागढ़ जिला दमोह का शव ग्राम पंचायात भवन धौराज के पास से बरामद किया गया था।

पुलिस द्वारा घटना की सूचना मृतक के परिवार दी गई थी एवं मामले में मर्ग कायम किया गया था। पुलिस जांच में मृत्यु का दुर्घटना स्थल बंडा थाना जिला सागर होना पाये जाने के कारण दमोह पुलिस द्वारा मामले की डायरी बंडा पुलिस को भेजी गई थी। जिसके बाद बंडा थाना पुलिस द्वारा विगत 20 अप्रैल 2022 को केस डायरी प्राप्त कर मामला असल कायमी कर जांच में लिया गया था।

आफसी विवाद में साथियों ने की थी हत्या

बंडा एसडीओपी शिखा सोनी ने पत्रकारों को बताया कि मृतक पुष्पेंद्र सिंह लोधी निवासी ग्राम धौराज थाना बटयागढ़ जिला दमोह घटना दिनांक को एक निमंत्रण कार्यक्रम में ग्राम झिन्ना (चीलपहाड़ी) बाइक से अपने साथी बबलू सिंह लोधी और लोकमन सिंह लोधी के साथ गया था।

जहां उन्होंने शराब पी थी और अत्याधिक शराब के नशे में उनके मध्य बाद विवाद हुआ था। जिसमें मृतक पुष्पेंद्र ने लोकमन को तमाचा मारा था एवं बबलू सिंह को मां-बहन की गाली दी थी जिससे दोना उससे नाराज हो गये थे।

इसी बात से क्रोधित होकर दोनों ने एक राय होकर लौटते समय हिनोता घटिया और नैनधरा के बीच आम रोड पर पढने वाली पुलिया पर मृतक पुष्पेंद्र सिंह की पत्थरों से मारकर हत्या कर दी थी। और घटना छुपाने के लिए अपनी सास बृताबाई को फोन करके एक्सीडेंट होने की सूचना दी थी।

घटना को दुर्घटना बताकर हरियाणा भागे थे आरोपी

पुष्पेन्द्र की हत्या के बाद वारदात को दुर्घटना का रूप देने के लिए आरोपी लोकमन लोधी एवं बबलू लोधी ने एक राय होकर एक नई कहानी बनाई और मृतक के मोबाइल से अपने-अपने मोबाइल पर कॉल किया और शव को सोगी पुलिया के नीचे पत्थरों पर रखकर भाग गए।

परंतु कुछ समय बाद वे दोबारा आए और शव को उठाकर बाइक से ले गए और ग्राम धौराज में पंचायत भवन के पास रोड किनारे फेंक दिया। पास में बाइक छोड़ दी। शव को सड़क पर फेंककर आरोपी अपने-अपने घर चले गए। घटना के समय पहने कपड़े बदल लिए।

घटनाक्रम सामने आने पर मृतक के परिवार वालों ने आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि शराब के नशे में होने के कारण मृतक पुष्पेंद्र पुलिया से नीचे गिर गया था। जिसके बाद आरोपी मजदूरी के बहाने हरियाणा भाग गए थे।

एसपी ने कराया वारदात रिक्रिएशन तो सच सामने आया

घटनाक्रम संदेहास्पद होने पर एसपी अभिषेक तिवारी ने मामला संज्ञान में लिया। उन्होंने टीम गठित कर घटना का रिक्रिएशन करने के निर्देश दिए। जिसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर हादसे में मृतक पुष्पेंद्र की मौत का रिक्रिएशन किया। रिक्रिएशन में कई साक्ष्य चौंका देने वाले सामने आए। पुलिया करीब 16 फीट ऊंची थी। नीचे पत्थर थे।

लेकिन पुष्पेंद्र बाइक से पुलिया से नीचे गिरा तो उसके सिर में सिर्फ एक चोट थी। शरीर के अन्य किसी हिस्से पर चोट नहीं लगी थी। संदेह पर पुलिस ने पीएम करने वाले डॉक्टर और एफएसएल टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। जिसमें सामने आया कि इतनी ऊंचाई से गिरने पर सिर के अलावा शरीर के अन्य हिस्सों में भी चोटे आना चाहिए।

पुलिस ने घटनास्थल पर सक्रिय मोबाइल नंबरों की लोकेशन ट्रेस की। संदेह पर आरोपी बबलू पुत्र बसंत सिंह लोधी उम्र 25 साल और लोकमन पुत्र नत्थू सिंह लोधी उम्र 30 साल दोनों निवासी ग्राम धौराज को हिरासत में लिया। पूछताछ की तो आरोपी बार-बार घटनाक्रम को बदलने लगे। कभी एक्सीडेंट तो कभी पुलिया से गिरना बताने लगे।

कभी आपस में लड़ाई होना बताया। लेकिन पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी टूट गए और हत्या का जुर्म कबूल लिया।

पुलिस से बचने हत्या को दिया था हादसे का रूप

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि शराब के नशे में मृतक पुष्पेंद्र से विवाद हुआ था। गालीगलौज होने के बाद पत्थर मारकर उसकी हत्या की थी। जिसके बाद हत्या को हादसा बताने के लिए शव पुलिया के नीचे पत्थरों पर रखा था।

लेकिन बाद में शव उठाकर मृतक के घर के बाहर ग्राम पंचायत भवन के पास फेंक दिया था। ताकि पुलिस पकड़ न सके। इतना ही नहीं आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए मृतक के मोबाइल से खुद को फोन भी लगाए थे। हालांकि पुलिस ने मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है।

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