परसराम साहू (सागर) सागर जिले में प्रमुख पर्यटन और जन आस्था के केन्द्र रानगिर स्थित देहार नदी में विगत रविवार को सेल्फी लेने के चक्कर में फिसलकर डूबने से एक युवक की मौत हो गई।
हादसा उस समय हुआ जब उक्त युवक नदी के किनारे स्थित एक चट्टान पर खड़े होकर मोबाइल से सेल्फी ले रहा था, उसी दौरान उसका पैर फिसला और वह जाकर गहरी और पत्थरों से भरी देहार नदी में जा गिरा जिससे डूबने के कारण उसकी मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलने के बाद पहुँची रहली थाना पुलिस द्वारा उसे स्थानीय गोताखोरो के माध्यम से तलाश करने की कोशिश की गई परंतु सफलता नही मिली जिसके बाद उसके द्वारा एसडीआरएफ टीम को सूचना दी गई थी।
दोस्तो के साथ पिकनिक पर आया था मृतक
मृतक 18 वर्षीय युवा निशांत विश्वकर्मा पिता रामकिशन विश्वकर्मा सागर के छोटा करीला का निवासी है. जो अपने 4 अन्य दोस्तों के साथ रविवार को रानगिर पिकनिक पर आया था। पहुँचने पर उनका प्लान स्नान कर माता हरसिद्धी मंदिर में पूजन करने का था जिसके चलते वह नदी पर नहाने चले गये, जब बाकी दोस्त नहा रहे थे तो निशांत नदी की चट्टानों पर खड़े होकर सेल्फी ले रहा था।
इसी दौरान वह चट्टान से फिसलकर नदी के गहराई वाले हिस्से में जा गिरा और पानी में डूब गया। उसे बचाने के लिए दोस्त नदी में कूदे परंतु कटीली चट्टानों के कारण उसे नही खोज सके। जिसके बाद पुलिस एवं एसडीआरएफ दल द्वारा भी उसकी काफी तलाश कही गई परंतु कोई पता नही चल बाद में यह तलाश अभियान सोमवार को भी जारी रहा।
दरअसल रानगिर से होकर गुजरने वाली देहार नदी कटीली चट्टानो और भारी भरकम पत्थरों के कारण काफी दुर्गम और खतरनाक मानी जाती है। वर्षाकाल में इसकी चट्टानों की फिसलन इसे और अधिक धातक बना देती है।
चट्टानों में फंसा था शव, एसडीआरएफ टीम ने निकाला
स्थानीय गोताखोरों के नकाम होने के बाद देहार नदी में डूबे युवक निशांत की तलाश के लिए सागर से एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया था। रविवार शाम और सोमवार सुबह भी एसडीआरएफ की गोताखोर टीम का नदी में तलाश अभियान जारी रहा। सोमवार को दोपहर 1 बजे 4 से 5 घंटे की मशक्कत के बाद नदी में चट्टानों में फंसे युवक के शव को रेस्क्यू कर पानी से बाहर निकाला गया।
घातक हुआ सेल्फी का चलन कई युवाओं की जान ली
युवाओं में पनप रहा सेल्फी का चलन घातक सिद्ध हो रहा है, अब तक ऐसे अनिगत मामले सामने आ चुके है जिसमें स्मार्ट फोन से सेल्फी लेने के चक्कर में युवा सजगता के आभाव और लापरवाही के कारण दुर्घटनाओ का शिकार हुए है।
कई मामलों में इस फैशन के फेर में उन्हे जान भी गवानी पड़ी है। इसके बाद भी ये नशा आज भी युवाओं के सिर चढ़कर बोल रहा है और वह कई बेहद संगीन खतरों उठा रहे है।
विगत वर्ष भी हुई थी एक युवा निशांत की मौत
इसे महज संयोग कहा जाएगा कि रानगिर की देहार नदी में विगत वर्ष भी अपने दोस्तों के साथ आये तेंदुखेड़ा जिला नरसिंहपुर निवासी निशांत पिता राजकुमार पटैल 19 वर्ष की नदी में डूबने के कारण मौत हो गई थी। एक बार फिर इसी प्रकार का वाकया सामने आने के बाद दुर्घटना संवेदी क्षेत्र में सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े हो रहे है।
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