राकेश यादव (देवरीकलाँ) देवरी विकासखण्ड के ग्राम मढ़पिपरिया में विगत रविवार को राशन वितरण में धांधली के आरोपों को लेकर ग्रामीणों द्वारा सामूहिक रूप से शिकायत कर जांच एवं कार्रवाई की मांग गई थी, सोमवार को उसी मामले की विभागीय जांच के दौरान सेल्समेन द्वारा शिकायतकर्ताओं से गाली गलौच एवं उन्हे जान से मारने की धमकी दिये जाने का आरोप है।
मामले को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में महाराजपुर थाने पहुँचकर आरोपी के विरूद्ध कार्रवाई
की मांग की गई। पुलिस द्वारा दुकान सेल्समेन के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल विगत रविवार को मढ़पिपरिया ग्राम की महिलाओं द्वारा महाराजपुर थाना, अनुविभागीय पुलिस अधिकारी एवं क्षेत्रीय विधायक को दिये गये शिकायती आवेदन में राशन दुकान संचालकों द्वारा राशन दुकान के वितरण में गड़बड़ी किये जाने का आरोप लगाया गया था।
महिलाओं का आरोप था कि मशीन पर उनके अंगूठे लगवाकर उन्हे 2 से 4 माह का राशन नही दिया गया है। उक्त संबंध में शिकायत करने पर वितरकों द्वारा उनसे अभद्रता कर गाली गलौच की गई है। मामले में महाराजपुर थाना पुलिस द्वारा धारा 155 के तहत शिकायत दर्ज की गई थी।
आज उसी मामले की जांच करने करने सहायक खाद्य आपूर्ति अधिकारी एवं दूकान के सेल्समेन ग्राम की राशन दुकान पहुँचे थे इस दौरान दुकान के बाहर बड़ी संख्या में ग्रामीण उपभोक्ता मौजूद थे एवं अपनी शिकायत एवं बयान दर्ज कराने की मांग कर रहे थे। परंतु इस दौरान हुई कहासुनी के बाद जांच कार्रवाई बंद हो गई और बड़ी संख्या में नाराज ग्रामीण महाराजपुर थाने पहुँच गये। और कार्रवाई की मांग करने लगे।
दुकान सेल्समेन के विरूद्ध प्रकरण दर्ज
महाराजपुर थाना पुलिस को ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत में आरोप लगाया गया कि उनके द्वारा राशन दुकान में गड़बड़ी की शिकायत की वरिष्ठ अधिकारियों से गई थी जिसकी बुराई को लेकर विगत सोमवार दोपहर लगभग 03 बजे सहायक खाद्य आपूर्ति अधिकारी के साथ पहुँचे दुकान के सेल्समेन नमन मिश्रा द्वारा शिकायतकर्ता करण ठाकुर एवं अन्य को गालिया देते हुए डंफर से कुचलकर जान से मारने की धमकी दी गई।
मामले में पुलिस द्वारा आरोपी के विरूद्ध धारा 294, 506 तह.हि. के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि खाद्यान वितरण में जांच को प्रभावित करने के लिए ऐसा जान बूझकर किया जा रहा है। राशन वितरण में धांधली करने वालों को राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है दूकान की जांच वरिष्ठ अधिकारियों से कराई जानी चाहिए।
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