परसराम साहू (सागर) सरकारी समर्थन मूल्य खरीदी में उपार्जित अनाज के भंडारों कर जांच अब खरीद प्रक्रिया में धांधली के नये तथ्य सामने आ रहे हे। विगत दिनो शिकायत के बाद विपणन एवं सहकारिता के अधिकारियों द्वारा खुरई में भंडारित चने की जांच में एक बड़ा फर्जीबाड़ा उजागर किया गया मामले में खरीद केन्द्र प्रभारी एवं गोदाम प्रभारी के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कराया गया है।
मामले आरोप है कि उपार्जन में 66 किसानों से खरीदा गया 98.29 लाख का 1842 क्विंटल चना मिली भगत कर बाजार में बेच दिया गया, प्रकरण दर्ज होने के बाद पुलिस द्वारा आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सरकारी खरीद के बाद भंडारित अनाज बोरियों में मिट्टी और पत्थर भरकर रखे जाने के कई आरोप सामने आ चुके है, ऐसे में संबंधित सरकारी ऐजेंसियों द्वारा भंडारित अनाज की जांच एवं प्रमाणी करण कराया जाना नितांत आवश्यक है।
सागर जिले की खुरई शहरी थाना पुलिस द्वारा मामले का खुलासा करते हुए समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदे गये चने के भंडारण में गबन करने के मामले के 2 आरोपियों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने बताया कि उपार्जन केंद्र प्रभारी व गोदाम प्रभारी ने 98.29 लाख का 1842 क्विंटल चना का बाजार में बेचकर रुपए बांट लिए। पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अब इनसे पूछताछ कर रही है।
सरकारी समर्थन मूल्य खरीद में गड़बड़ी की शिकायत के बाद हुई जांच में उपार्जन केंद्र पर की गई कुल चना खरीदी और गोदाम में हुए भंडारण के बीच अंतर पाया गया था जिसके बाद मामले की जांच सक्षम अधिकारियों से कराई गई थी।
जिसमें पाया गया कि यह गड़बड़ी खरीदी केंद्र प्रभारी बलराम विश्वकर्मा व मध्यप्रदेश वेयर हाउसिंग एंड लाजिस्टिक कार्पाेरेशन लिमिटेड सागर की मंडी बामौरा गोदाम के तत्कालीन प्रबंधक अभिषेक श्रीवास्तव ने मिलकर किया है। जांच में पुष्टि होने के बाद कृषि उपसंचालक के निर्देश पर खुरई के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी पूरनलाल अहिरवार की शिकायत पर खुरई शहरी थाना पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
जांच में चने की बोरियों में मिली मिट्टी
विगत 21 जून को सहकारिता उपायुक्त पीआर कावड़कर, विपणन संघ जिला प्रबंधक, खुरई नायब तहसीलदार दिनेश चंदेल, वरिष्ठ कृषि अधिकारी खुरई एसपी भारद्वाज, सहकारी निरीक्षक देवेंद्र चंद्राकर द्वारा मंडी बामोरा वेयर हाउस के वर्तमान प्रभारी संजय तिवारी एवं खरीदी केंद्र प्रभारी बलराम विश्वकर्मा के साथ संयुक्त रूप से वेयर हाऊस का निरीक्षण किया था।
निरीक्षण में गोदाम में भंडारित बोरियों जिन पर खुरई विपणन सहकारी समिति का हरे रंग का छापा अंकित पाया गया था उनमें चने के साथ बड़ी मात्रा में मिट्टी भरी गई थी। गोदाम के वर्तमान प्रभारी के अनुसार उनके द्वारा चार्ज लेते समय वेयर हाउस के गोदाम नंबर-3 में भंडारित चना बोरियों की तौल कराई थी। इसमें 761 बोरियां कटी-फटी मिली तो 564 बोरियां ऐसी मिली, जिनमें 50 से 60 प्रतिशत मिट्टी मिली थी। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों के सामने यह तथ्य सामने आए थे।
66 किसानों को नही मिला भुगतान
गोदाम प्रबंधक अभिषेक श्रीवास्तव और खरीदी केंद्र प्रभारी बलराम विश्वकार्म ने अनाधिकृत रूप से चने का जो भंडारण कराया है, उससे किसान भी परेशानी में आ गए हैं। खरीदी केंद्र से बिना टीसी और अनमेप्ड गोदाम पर उपज भंडारित करने के कारण जिन 66 किसानों ने यह 1842.50 क्विंटल चना समर्थन मूल्य पर बेचा था। उनका 98 लाख 29 हजार 737 रुपए का भुगतान नहीं हो सका है।
आरोपियों से की जा रही पूछताछ
खुरई शहरी थाना प्रभारी सतीष सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों पर धारा 420, 406, 409, 120 बी, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया। इसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में दोनों ने यह बात स्वीकार की है कि दोनों ने योजना बनाकर किसानों से खरीदा चना बेच दिया है। इससे जो राशि मिली थी वह आपस में बांट ली है। दोनों आरोपियों को शनिवार की शाम को न्यायालय में पेश किया गया था। न्यायालय से दोनों आरोपियों की पुलिस रिमांड ली गई हैं। इस मामले में आरोपियों से और पूछताछ की जा रही है कि इसमें और कोई तो शामिल नहीं है।
जिले में घूम रहे है अनाज से भरे बेनामी ट्रक
खुरई में सरकारी समर्थन मूल्य पर उपार्जित चने के फर्जी तरीके से विक्रय का मामला उजागर होने के बीच जिले में अनाज से भरे बेनामी ट्रकों को परिवहन की खबरे सामने आ रही है। विगत 4 जुलाई की रात्रि लगभग 11 बजे जिले की देवरी थाना पुलिस द्वारा अनाज से भरा हुए एक ट्रक पकड़ा गया था।
जिसके पास अनाज के विक्रय या परिवहन अनुज्ञा संबंधी कोई दस्तावेज नही पाये गये थे। पुलिस द्वारा उक्त ट्रक में भरी बोरियों पर सरकारी छापा के साथ मशीन से सिलाई भी पाई गई थी। उक्त ट्रक में लगभग 25 क्विंटल अनाज भरे होने की बात भी सामने आई थी। पुलिस अधिकारियों द्वारा उक्त ट्रक को थाने ले जाया गया था जिसे लगभग 1 घंटे के बाद छोड़ दिया गया। अब उक्त ट्रक को पकड़े जाने एवं छोड़े जाने के संबंध में पुलिस अधिकारी किसी भी प्रकार की जानकारी होने से इंकार कर रहे है।
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