(बुन्देली बाबू) इटालियन और भारतीय शिल्प के बेजोड़ संगम से बने कृष्ण मंदिरों के लिए प्रसिद्ध बुंदेलखंड के के जुगलकिशोर मंदिर में जन्माष्टमी आयोजन के दौरान सामने आये वाकये ने सभी को हैरान कर दिया। आरोप है कि पर्व की रात्रि में आयोजित श्रीकृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम के दौरान पन्ना महारानी ने गर्भगृह में घुसकर हंगामा किया जिसके कारण उन्हे खीचकर बाहर निकाला गया और और मंदिर प्रशासन की रिर्पाेट पर प्रकरण दर्ज कर उन्हे गिरप्तार किया गया है।
बुंदेलखण्ड का वृन्दावन कहे जाने वाले पन्ना का जुगल किशोर मंदिर अपने राजसी वैभव अद्भुत शिल्प एवं श्रद्धालुओं की गहन आस्था के कारण कई दशकों से प्रसिद्ध पर्यटक क्षेत्र के रूप में विख्यात है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर इस मंदिर में होने वाले विशेष
उत्सव में देश और विदेश से हजारो श्रद्धालु एकत्र होते है। विगत गुरूवार को जन्माष्टमीपर्व पर रात्रि में 12 बजे कृष्ण जन्मोत्सव
कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस दौरान पन्ना राजघराने की महारानी जितेश्वरी देवी ने गर्भ गृह में प्रवेश कर हंगामा खड़ा कर दिया। आरोप है कि पन्ना महारानी जितेश्वरी देवी आरती के बीच से उठीं और गर्भगृह में जाकर पुजारी से चंवर छुड़ा लिया। फिर भक्तों की तरफ देखकर गलत तरीके से चंवर डुलाने लगीं थी जिसको लेकर श्रद्धालुओं द्वारा आपत्ति व्यक्त की गई थी।
बाद में उन्होने पूजन के लिए तैयार आरती उठाने की कोशिश की जिसके चलते मंदिर के पुजारी और वहां मौजूद लोगों ने जितेश्वरी देवी को गर्भगृह से बाहर करने की कोशिश की। इस दौरान वह गिर गईं। उन्हें पुलिस की मदद से घसीटकर बाहर किया गया। कथित आरोप है कि उन्होंने पुलिस से भी अभद्रता की थी। पन्ना राजघराने के इतिहास में पहली बार हुए इस वाकये को लेकर सभी हैरान है। दर असल पन्ना राजघराने द्वारा ही विश्व प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों का निर्माण कराया गया था जिसके आयोजनों में परिवार के सदस्य अनिवार्य रूप से उपस्थित होते है।
मामले को लेकर मंदिर समिति के प्रबंधक संतोष कुमार तिवारी ने पुलिस को दिये बयानों में आरोप लगाया कि महारानी शराब के नशे में थीं। मामले में कार्रवाई करते हुए पन्ना कोतवाली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। महारानी का कहना है कि मंदिर के मुसद्दी और पुजारी ने झूठे आरोप लगाए हैं, राज परिवार के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। वही मामले को मंदिर के गर्भगृह में विधवा महिला के प्रवेश पर रोक संबंधी घारणा से जोड़कर देखा जा रहा है। विगत वर्षाे में संपत्ति विवाद सहित परिवार की आफसी खीचतान के कारण सुर्खियों में आये पन्ना राजघराना एक बार फिर चर्चाओं में है।
जुगलकिशोर मंदिर में जन्माष्टमी पर्व पर होती है भक्तो की धूम
,
पन्ना के विश्वप्रसिद्ध जुगलकिशोर मंदिर में जन्माष्टमी पर्व पर विशेष आयोजन किया जाता है, जिसमें दूर दूर से आने वाले
भक्तो का तांता लगा रहता है, यह परंपरा विगत 300 वर्षाे से चली आ रही है। आयोजन के दौरान पन्ना राजघराने के उत्तराधिकारी एवं वारिसों को आमंत्रित किया जाता है जिनकी उपस्थिति में भगवान आरती एवं अनुष्ठान संपन्न कराये
जाने की परंपरा है। मामले के संबंध में पन्ना एसपी सांई कृष्ण एस थोटा कहना है कि मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव के दौरान कमेटी द्वारा जितेश्वरी देवी को बुलाया था। पन्ना राजघराने के 19वें वारिस महाराजा राघवेंद्र सिंह जू देव का इसी वर्ष जनवरी में निधन हो गया था। इसके बाद राजघराने की परंपराओं को निभाने की जिम्मेदारी उनके बेटे छत्रसाल द्वितीय को सौंपी गई। कृष्ण जन्मोत्सव पर मंदिर में चंवर डुलाने की परंपरा उनके द्वारा ही की जानी थी। किसी कारणवश वे मंदिर नहीं आ पाए। उनकी मां जितेश्वरी देवी मंदिर पहुंचीं और हंगामा कर दिया। मामले में जांच कर वैधानिक कार्रवाई करेंगे।
पूर्व में भी जेल जा चुकी है पन्ना महारानी
पन्ना राजघराने की आफसी कलह सारी हदे पार कर चुकी है। राजघराने की अकूत संपदा को लेकर राजमाता दिलहर कुमारी और उनकी बहू वर्तमान महारानी जितेश्वरी कुमारी के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। विगत 19 जून 2021 को राज मंदिर पैलेस पन्ना में विवाद हुआ था। महारानी और उनके पति महाराज राघवेंद्र सिंह सहित छह लोगों ने पैलेस में राजमाता दिलहर कुमारी के क्षेत्र में घुसकर गाली-गलौज की थी। जुलाई 2021 में राजमाता ने महारानी के खिलाफ कोतवाली थाने में शिकायत की थी। पुलिस ने महारानी पर आर्म्स एक्ट, जान से मारने की धमकी सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया था। पुलिस ने महारानी जितेश्वरी कुमारी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था। यहां से उन्हें जेल भेज दिया गया था।
महारानी को किया गया गिरफ्तार
पुलिस ने मामले में जीतेश्वरी कुमारी पर शासकीय कार्य में बाधा एवं धार्मिक भावनाएं भड़काने की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.एसडीओपी पन्ना राजीव भदोरिया के मुताबिक पन्ना राज परिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी को धारा 295 ए (धार्मिक भावनाएं भड़काना) और धारा 353 (शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाना) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है.
जन्मोत्सव में आरती पूरी न होने पर भक्तों में आक्रोश
मंदिर के आचार्य ओम प्रकाश का कहना है कि महारानी के इस अभद्र आचरण से पुजारी और श्रद्धालु दुखी हैं. उन्होंने घटना की निंदा की है. पन्ना के प्रतिष्ठित इस राज परिवार के वंशजों द्वारा इस तरह के अभद्र आचरण में लोगों की भावनाओं को आहत किया है. वहीं, मंदिर प्रबंधक संतोष कुमार तिवारी ने इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि भगवान जुगल किशोर जी मंदिर के इतिहास में यह पहली घटना है. पहली बार है जब जन्मोत्सव के दौरान पूर्ण आरती भी नहीं हो सकी, जिससे श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश है. महारानी की अशोभनीय हरकत का वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है.
Leave a Reply