(बुन्देली बाबू) मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले विधानसभा निर्वाचन के दौरान कांग्रेस नेता की जीप से कुचलकर हुई मौत का मामला तूल पकड़ रहा है। मामले में पुलिस द्वारा भाजपा प्रत्याशी सहित 20 आरोपियों पर संगीन हत्या सहित संगीन धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। अब आरोपियों की गिरप्तारी की मांग को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह स्थानीय कांग्रेस नेताओं के साथ खजुराहों में थाने के सामने ही धरने पर बैठे है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह 18 नवंबर को खजुराहो पहुंचे थे और उसी शाम से ही थाने के सामने धरने पर बैठे हैं. उनकी मांग है कि हत्या के आरोपियों की तत्काल गिरप्तारी की जाए उनके साथ-साथ सैकड़ो पार्टी कार्यकर्ता भी धरने पर बैठे हैं. पूर्व सीएम ने प्रदेश सरकार की बुलडोजर कार्रवाई पर भी सवाल उठाए. उन्होंने सवाल किया कि अब सरकार का बुलडोजर कहां है? कोई हमें कमजोर न माने, हम कमजोर नहीं हैं.
कांग्रेस कार्यकर्ता मौत का यह मामला छतरपुर की राजनगर विधानसभा सीट का है, प्रकरण में थाना पुलिस द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नाती राजा की शिकायत पर बीजेपी प्रत्याशी अरविंद पटैरिया सहित 20 लोगों पर हत्या के प्रयास और हत्या की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. घटना के बाद से वारदात के आरोपी फरार है पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरप्तारी के प्रयास का दावा किया जा रहा है। मामले को लेकर सियासी गलियारों में हड़कंप व्याप्त है।
कांग्रेस ने लगाए जघन्य हत्या के आरोप
मामले में कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि भाजपा के प्रत्याशी अरविंद पटेरिया सहित सभी कार्यकर्ताओं द्वाराजहा रास्तो में दोनो पार्टियों के नेताओं में विवाद हुआ था। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस विधायक नातीराजा पर हमला कर दिया जिसके बचाव में आये कांग्रेस नेता सलमान खान को गाड़ी से कुचल दिया गया जिससे गंभीर रूप से घायल सलमान की चोटो के चलते मौत हो गई.
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि बीजेपी नेता के काफिले की गाड़ियों ने बीजेपी प्रत्याशी के कहने पर सलमान खान के ऊपर से गाड़ियां चढ़ा दीं. इससे वह बुरी तरह घायल हो गया और फिस उसकी मौत हो गई.
घटना को लेकर गमगीन रहे नाती राजा
अपने साथी कार्यकर्ता की मौत हो जाने से विधायक खजुराहो थाना पहुंचे. वे वहां फूट-फूटकर रोने लगे, उन्होंने जनता से अपील की कि भाजपा के हत्यारे को वोट मत देना. इसके बाद सुबह से लेकर शाम तक पुलिस इस मामले में जांच करती रही. मतदान के दिन कांग्रेस के नेता व मृतक के परिजन भारी संख्या में थाने में डेरा डालकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते रहे.
इसके बाद पुलिस ने आरोपी बीजेपी प्रत्याशी व उनके अन्य 20 साथियों पर धारा 307, 302 व मारपीट कर बलवा करने की संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर लिया.
आरोपियों की गिरप्तारी न होने तक धरने पर रहेंगे दिग्विजय
घटना को लेकर खजुराहो पहुँचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मृतक के परिजनो से मुलाकात की एवं उनका हौसला बढ़ाया।उन्हाने कहा कि जरूरत पड़ी तो प्रदेश के कार्यकर्ताओं को भी धरने पर बुलाया जाएगा.
दिग्विजय सिंह के इस कदम से पुलिस प्रशासन भारी दबाव में है. इस घटना के बाद से थाना प्रभारी की ओर से आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है. हालांकि, वे अब भी फरार हैं.
ये नेता हैं धरने पर
दिग्विजय के साथ उनकी पत्नी अमृता, छतरपुर कांग्रेस प्रत्याशी आलोक चतुर्वेदी, महाराजपुर कांग्रेस प्रत्याशी नीरज दीक्षित और राज नगर कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नातीराजा समेत कांग्रेस के छतरपुर जिले के कांग्रेस के अध्यक्ष एवं अनेक पद अधिकारी भी कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे. बाकायदा थाने के सामने टेंट लगाया गया है. रात में दिग्विजय सिंह समर्थकों के साथ थाने के सामने ही बिस्तर लगाकर सो गए.
पुलिस दे रही है ये दलील
वहीं, खजुराहो थाना प्रभारी संदीप खरे का कहना है कि आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है. कोई भी आरोपी न घर पर है, न दूसरे ठिकाने पर हैं. पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी है.
प्रत्याशी के बचाव में उतरी भाजपा
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भाजपा प्रत्याशी का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि यह चुनाव को प्रभावित करने की साजिश है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि सामान्य तौर पर झड़प हुई थी. खुद कमलनाथ कह रहे है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. इसके बाद भी भाजपा प्रत्याशी के ऊपर एफआईआर दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि ये घटना ऐसे वक्त में घटी थी, जब मतदान के 2 घंटे बचे थे, यह केवल चुनाव को प्रभावित करने के लिए किया गया. उन्होंने कहा कि हमने चुनाव आयोग और पुलिस प्रशासन को शिकायत की है.
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