(देवरीकलां) दमोह जिले के तारादेही थाना अंतर्गत बांसी मुलरा के समीप सड़क पर विगत सोमवार शाम थाना के पुलिस वाहन से बाइक सवार दो बुजुर्गाे को टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया है। दुर्घटना का शिकार बने बाइक सवार देवरी विकासखंड के चिरचिटा सरपंच भोजराज पिता श्रीराम आदिवासी 50 वर्ष की मौके पर मौत हो गई एवं सवार गजराज पिता भाईलाल 65 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गया। सोमवार शाम लगभग 5 बजे हुई इस घटना के करीब 3 घंटे बाद उन्हे चिकित्सकीय सहायता मिल सकी इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। घटना के घायल को चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
मामले थाना वाहन से हुई घटना के बाद उसमें सवार पुलिस कर्मियों द्वारा घोर लापरवाही एवं खेदजनक व्यवहार को लेकर लोगो में भारी नाराजगी है। मामले में परिजनों द्वारा हंगामा किये जाने के बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुँचे घटना को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा जांच एवं कार्रवाई के निर्देश दिये गये है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भोजराज पिता श्रीराम आदिवासी उम्र 50 वर्ष देवरी थाना के चिरचिटा ग्राम के निवासी है एवं ग्राम पंचायत के सरपंच है। विगत दिवस वह अपने चचेरे भाई गजराज पिता भाईलाल आदिवासी 65 वर्ष के साथ बाइक पर सवार होकर तारादेही थाना के ग्राम मुलरा गये थे। सोमवार शाम लगभग 5 बजे को वापस लौटते समय ग्राम फुलरा बांसी के समीप सड़क पर उनकी बाइक को तारादेही थाना के वाहन ने टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया। घटना के बाद घायलों को चिकित्सा सुविधा नही मिल सकी और वे लगभग सड़क पर पड़े रहे। इस दौरान घायल भोजराज की मौत हो गई।
कजलियां देने रिश्तेदारी में गए थे
दुर्घटना में घायल गजराज पिता भाईलाल आदिवासी ने स्वास्थ केन्द्र में पत्रकारों को बताया कि वह अपने चचेरे भाई भोजराज सरपंच के साथ मुलरा गांव में अपने बेटे की ससुराल में कजलिया देने आया था। सोमवार शाम जब वह घर लौट रहे थे उसी दौरान मुलरा मोड़ पर सामने से आ रहे पुलिस वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी और भाग गया। जिसके बाद लंबे समय तक सड़क पर पड़े रहे बाद में ग्रामीण और भगवती मानव कल्याण संगठन के सदस्य मौके पर पहुंचे और उन्हे चिकित्सालय पहुँचाया और मामले की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी।
घंटो सड़क पर तड़पते रहे नही मिली सहायता
घटना के संबंध में आरोप है कि दुर्घटना के लगभग 3 घंटे तक दोनो वृद्ध सड़क पर पड़े रहे इस दौरान उन्हे कोई चिकित्सा सुविधा मुहैया नही हो सकी। दुर्घटना के बाद थाना पुलिस अधिकारियों द्वारा भी उनकी कोई सुध नही ली गई। मुलरा निवासी देवेंद्र ठाकुर ने बताया कि इस पूरी घटना को खेत में काम करने वाली महिलाओं ने देखा है। पुलिस के वाहन ने बाइक सवारों को टक्कर मारी और फिर वापस तारादेही थाने चला गया। घटना के समय दोनों लोग घायल थे। अगर भोजराज को समय पर अस्पताल पहुंचाया जाता तो उसकी जान बच सकती थी। लेकिन, पुलिस ने तीन घंटे तक हमारे फोन भी नहीं उठाए। इस दौरान सरपंच भोजराज की मौत हो गई और दूसरा घायल मौके पर पड़ा तड़पता रहा।
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परिजनों के हंगामे के बाद हरकत में विभाग
मामले में पुलिस महकमें के घोर लापरवाही सामने आने के बाद लोगो में खासी नाराजगी है, घटना को लेकर मृतक एवं घायलों के परिजनों द्वारा हंगामा किये जाने के बाद विभाग के आला अधिकारी एवं जिले के कई थानों का पुलिस बल मौके पर पहुँचा गया। मामले को लेकर पुलिस थाना प्रभारी अपनी सफाई देते नजर आये तो एसडीओपी डीएस ठाकुर द्वारा जांच का आश्वासन देकर परिजनों को संतुष्ट किया गया। परिजनों को समझाइश के बादा शव को तेंदूखेड़ा लेकर लाया गया। मंगलवार सुबह तारादेही पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई के बाद पोस्टमार्टम कराया और शव परिजनों को सौंप दिया।
पुलिस अधीक्षक दिये जांच एवं कार्रवाई के निर्देश
एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने बताया कि वाहन चालक का मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा। यह भी जानकारी जुटाई जा रही है कि वाहन में घटना के समय कौन-कौन मौजूद था। वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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