(बुंदेली डेस्क) अपने बयानों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाले मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सागर के जयसिंह नगर में पत्रकारों से कहा कि भाजपा में मुख्यमंत्री पद की आस में 7 नेताओं ने सूट सिलवाएं है परंतु परंतु आगामी विधानसभा में कमलनाथ सीएम पद की शपथ लेंगे।
कांग्रेस नेता के इस वक्तव्य के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह स्वयं यह स्वीकार कर चुके है कि वो जहाँ भी जाते है कांग्रेस के वोट कट जाते है।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इन दिनों आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर प्रदेश भर में सक्रिय हे। लगभग 1 माह से अधिक समय से वह प्रदेश की उन विधानसभा सीटों पर फोकस कर रहे है जहाँ विगत चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। उसी क्रम में विगत बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सागर जिले की बीना एवं सुरखी विधानसभाओं का दौरा किया और कांग्रेस की बैठकों में शामिल हुए।
अपने चिरपरिचित अंदाज में उन्होंने सागं जिले के तीन मंत्रियों गोविंद सिंह राजपूत, गोपाल भार्गव और भूपेंद्र सिंह को आड़े हाथो लिया और, भगवान से डरने की नसीहत भी दे डाली। सागर जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुए मामलों को लेकर कहाँ कि निर्दोषों को निशाना बंद कर दे अपने वक्तव्य में उन्होने तलख लहजें में कहा कि जिस दिन कुर्सी जाएगी, उस दिन क्या होगा ? मंत्रियों की दादागिरी चल रही है और इन सबके ऊपर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा बैठे हुए हैं। जरा भगवान से डरो। कुर्सी किसी की नहीं हुई।
भाजपा में सीएम के 7 उम्मीदवारों से नये सूट सिलवाये
मध्यप्रदेश की सत्ता पर काबिज भाजपा में अक्सर नेतत्व परिवर्तन को लेकर उठने वाले गुबार की खिल्ली उड़ाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा में सात नेता मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। परंतु शिवराज सिंह चौहान सीएम की कुर्सी नही छोड़ना चाहते उन्होने कहा कि भूपेंद्र सिंह, गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय और वीडी शर्मा सीएम बनने की तैयारी में है कि मौका मिल जाए उन्होने सूट भी सिलवा लिए है। लेकिन उन्हें यह मौका नहीं मिलने वाला। आगामी नवंबर-दिसंबर में शपथ ग्रहण होगा तो कमलनाथ ही मुख्यमंत्री बनेंगे।
कमलनाथ ही होंगे कांग्रेस का सीएम फेस
मध्यप्रदेश कांग्रेस में व्याप्त गुटबाजी किसी से छिपी हुई नही है विगत वर्षो में इसी का खामियाजा भुगत चुकी कांग्रेस इस बार पार्टी में किसी प्रकार की फूट को सिरे से नकार रही है। आफसी फूट के कारण बनी बनाई सरकार से हाथ धोने के अब कांग्रेस नेता सीएम चेहरे के मुद्दे पर लगभग एकजुट होने का संदेश दे रहे है।
इसी का परिणाम है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पिछले कुछ समय से लगातार जोर देकर कांग्रेस पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा कमलनाथ को बताकर अनावश्यक विवादों को विराम देने का प्रयास कर रहे है। सागर जिले के बीना एवं जयसिंह नगर में उन्होने दावा कि 2023 के चुनावों में कांग्रेस बहुमत से अधिक सीटें जीतेगी और कमलनाथ मुख्यमंत्री बनेंगे। कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में दिग्विजय सिंह ने कहा कि हर मंडलम-सेक्टर पर महिलाओं को प्राथमिकता देनी होगी।
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति, पिछड़े वर्ग को भी ब्लॉक, मंडलम, सेक्टर, बीएलए में अनिवार्य रूप से जगह देना चाहिए। संगठन सबका है इसीलिए सभी अगड़ी-पिछड़ी जातियों के लोगों को संगठन में जोड़ने की आवश्यकता है। सभी को जोड़ेंगे तब मजबूत संगठन बनेगा क्योंकि संगठन में ही शक्ति है। पूर्व मुख्यमंत्री ने समस्त कार्यकर्ताओं की बैठक में अपने चिर परिचित अंदाज में महिलाओं को मंच पर बैठाया व स्वयं कार्यकर्ताओं के साथ सबसे पीछे की कतार में बैठे। उन्होंने सबकी बातें ध्यान से सुनी और उन्हें उनके जवाब दिए।
भाजपा के नेता जनसेवा नही धनसेवा कर रहे है
जयसिंह नगर में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होने कहा कि उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग जनसेवा धनसेवा में लगे है। चने खाकर साईकिल से घूम घूमकर जनसंघ और भाजपा के लिए कार्य करने वाले कार्यकर्ता भाजपा की स्थिति देखकर दुखी होकर घरों में बैठ गये है। अब भाजपा के नेता जनसेवा कम और व्यापार ज्यादा करते हैं। स्वयं-सेवा ज्यादा करते हैं।
इससे पहले दिग्विजय सिंह ने बीना और खुरई विधानसभा क्षेत्रों में मंडलम सेक्टर बैठक और कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित किया दिग्विजय सिंह उन सीटों पर जाकर कार्यकर्ताओं को एकजुट कर रहे हैं, जहां कांग्रेस लंबे समय से हार रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दे पर बात नही करती है। मूल मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए धर्म के नाम पर गुमराह करने का काम किया जा रहा है।
कार्यकर्ताओं को डरने की जरूरत नहीं
दिग्विजय सिंह ने खुरई में कार्यकर्ताओं से कहा कि किसी से डरने की जरूरत नही है। मंत्री के खिलाफ बोल नही सकते तो मुझे लिखकर दो। अन्याय नहीं होने देंगे, लड़ेंगे, जीतेंगे। उसके बाद कार्यकर्ताओं ने दिग्विजय से मंत्री द्वारा उन पर किए जा रहे अत्याचार की आपबीती लगभग दो घंटे सुनाई। पूर्व सीएम ने धीरता के साथ सभी कार्यकर्ताओं की बातें सुनी।
उनकी निडरता और साहस के लिए उन्हें शाबाशी दी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि पहले जब मैं खुरई आया था और अब आया हूं तो अंतर दिखाई दे रहा है। हमारे कार्यकर्ता अब बिना देर घर से निकल रहे हैं। मैं कमलनाथ जी से कहूंगा कि वे एक प्रदेश स्तरीय जनसभा दतिया में और एक जनसभा खुरई में आयोजित करें। पूरे प्रदेश के नेताओं कार्यकर्ताओं को इकट्ठा करें फिर देखते हैं कितने लोगों पर मंत्री जी केस दर्ज करवाते हैं, कितनी सभाएं रोकेंगे, इसीलिए घबराइए मत।
वीडी शर्मा का पलटवार दिग्विजय जाते हैं तो कांग्रेस के वोट कटते हैं
दिग्विजय के बयान पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मिस्टर बंटाधार फिर झूठ बोलकर मध्यप्रदेश को दुरावस्था में ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह खुद कह चुके हैं कि मैं जनता के बीच जाता हूं, तो कांग्रेस के वोट कट जाते हैं। कांग्रेस प्रदेश में जमीन खो चुकी है। जब जमीन ही नहीं बची, तो चाहे दिग्विजय सिंह आएं, कमलनाथ आएं, अरुण यादव हों या कोई भी हो, कौन मुख्यमंत्री बनेगा, कहने में क्या जाता है।
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