देवरी में फर्जी चिकित्सक के इलाज से फिर हुई एक ग्रामीण की मौत

पहले उपचार से हालत बिगड़ी तो सागर लेकर भागा फिर हुआ फरार

A villager died again due to the treatment of a quack doctor in Deori
A villager died again due to the treatment of a quack doctor in Deori

(देवरीकलाँ) देवरी में बुधवार दोपहर नगर के मुख्य मार्ग पर स्थित एक झोलाछाप डॉक्टर की क्लीनिक पर अपनी पत्नि के साथ इलाज कराने गए एक ग्रामीण व्यक्ति की मौत होने के बाद संबंधित चिकित्सक उसे सागर में मृत हालत में छोड़कर फरार हो गया। मृतक की पत्नि द्वारा मामले में पुलिस को अपने बयान दर्ज कराये गये है।

पुलिस द्वारा मामले में मर्ग कायम कर प्रकरण विवेचना में लिया गया है। पिछले 4 माह में संबंधित चिकित्सक द्वारा उपचार किये जाने के बाद यह दूसरी मौत का मामला है। मामले को लेकर जन सामान्य में खासी नाराजगी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार 26 अप्रैल बुधवार को दोपहर लगभग 1.30 बजे थाना क्षेत्र के ग्राम सुना बीजागौर निवासी बलराम पिता जमना प्रसाद सेन उम्र 42 वर्ष अपने खराब स्वास्थ के चलते अपनी पत्नि श्रीमति सरोज के साथ देवरी नगर के बस स्टेण्ड के समीप मुख्य मार्ग पर स्थित समीर विश्वास के बंगाली दवाखाना उपचार के लिए पहुँचे थे।

जिनका उपचार उक्त चिकित्सक द्वारा किया गया था जिसके बाद हालत बिगड़ने पर उसे वह अपने साथ गाड़ी में सागर ले गया जहाँ एक निजी चिकित्सालय में उसे मृत घोषित कर दिया गया। जिसके बाद चिकित्सक शव को दिव्यांग पत्नि के भरोसे छोड़कर फरार हो गया। जिसके बाद अपने रिश्तेदारों की मदद से देवरी लौटी पत्नि द्वारा मामले में चिकित्सक के विरूद्ध शिकायत दर्ज कराई गई है।

देवरी थाना में एसडीओपी पूजा शर्मा को दिये गये बयानों में मृतक की पत्नी श्रीमति सरोज सेन से बताया कि बुधवार दोपहर को वह अपने पति बलराम सेन को लेकर वह सर्दी खांसी और बुखार की शिकायत के चलते उनका उपचार कराने देवरी आई थी। देवरी नगर के बस स्टेण्ड स्थित क्लीनिक बंगाली डॉक्टर समीर विश्वास की क्लीनिक स्थित बस स्टैंड पर पहुंचे थे जहां उन्होंने अपना इलाज कराया जिसमें डॉक्टर के द्वारा उन्हें एक ड्रिप और उसमें लगभग आधा दर्जन इंजेक्शन लगाये गये थे।

जिसके तत्काल बाद ही उनका स्वास्थ्य बिगड़ने लगा और उल्टिया होने लगी और वह बेहोश हो गये। जिसके बाद डॉक्टर समीर विश्वास उन्हें कार से सागर के राय अस्पताल ले गया। जहाँ चिकित्सक द्वारा उन्हें देखते ही मृत घोषित कर दिया जिसके बाद चिकित्सक उसे छोड़कर फरार हो गया। मामले में पुलिस द्वारा प्रार्थी सरोज सेन की शिकायत पर मर्ग कायम कर प्रकरण विवेचना में लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। थाना पुलिस द्वारा आरोपी के दवाखाने को सील किया गया है।

परिजनों का आरोप लापरवाही से हुई मौत कार्रवाई की मांग

घटना को लेकर मृतक के परिजनों में खासी नाराजगी है उनका कहना है कि चिकित्सक द्वारा उपचार में की गई लापरवाही के कारण बलराम की मौत हो गई मामले में आरोपी पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। परिजनों ने बताया कि बलराम एवं उसकी पत्नि दोना दिव्यांग है जो बड़ी मुश्किल से अपना जीवन गुजर बसर कर रहे थे चिकित्सक की लापरवाही के कारण बलराम की मौत के बाद अब उनका परिवार बुरी तरह टूट गया है।

4 माह में दूसरी मौत फर्जी चिकित्सक के उपचार और व्यवस्था पर सवाल

देवरी क्षेत्र में चिकित्सकों की कमी के कारण फर्जी झोला छाप चिकित्सकों का बोलबाला है, विकासखण्ड के गई ग्रामों में ऐसे चिकित्सक पुस्तेनी रूप से अपनी सेवाये देकर ग्रामीणों के स्वास्थ और जान से खिलवाड़ कर रहे है। मौजूदा मामले का आरोपी समीर विश्वास इससे पूर्व भी एक ग्रामीण महिला के उपचार के दौरान मौत के मामले में जांच का सामना कर रहा है।

विदित हो कि विगत 23 जनवरी को उसके द्वारा ग्राम इमझिरा के भटिया टोला निवासी सरस्वती पति सीताराम के उपचार में लापरवाही के कारण मौत होने का अरोप लगा था मामले में शिकायत भी दर्ज कराई गई और प्रशासन द्वारा जांच की बात भी की गई परंतु मामला पोस्ट मार्टम रिर्पोट के बाद ठंडा पड़ गया और प्रशासन संबंधित चिकित्सक की पात्रता और उसके उपचार के दायरे पर भी विचार नही कर सका।

नतीजन उक्त चिकित्सक का सील दवाखाना फिर संचालित होने लगा और एक बार फिर एक मौत का मामला सामने आया है। उल्लेख आवश्यक है कि उक्त चिकित्सक का दवाखाना नगर के मुख्य मार्ग पर बसस्टेण्ड परिसर के समीप संचालित है जिस से 10 कदम दूर ही सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र के चिकित्सकों का आवास है इसके बाद भी ऐसे मामले प्रशासन की नजर में न आना हैरत की बात है। मामले को लेकर जन सामान्य में खासी नाराजगी है।

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