राकेश यादव (देवरीकलाँ) बेमौसम बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे आश्रय तलाश रहे पिता और पुत्र उस समय जानलेवा हादसे का शिकार बन गये जब आकाशीय बिजली की जद में आ गये घटना में पिता की घटना स्थल पर ही मौत हो गई जबकि पुत्र को गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय रिफर किया गया है।
घटना देवरी थाना के मसूरवावरी ग्राम की है मामले में पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर प्रकरण विवेचना में लिया गया है, जबकि हादसे में झुलसे पुत्र को सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र देवरी में उपचार के बाद गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय सागर रिफर किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत गुरूवार शाम करीब 6 बजे देवरी थाना के ग्राम भड़भड़ निवासी राजकुमार आदिवासी पिता चित्तर आदिवासी 40 वर्ष अपने पुत्र प्रदीप 19 वर्ष के साथ से देवरी से बैंक से पैसे निकाल कर कर घर वापिस लौट रहे थे। उसी दौरान रास्ते में बैमौसम बारिश से बचने के लिए पिता-पुत्र. ने ग्राम मसूरवावरी के निकट एक पेड़ के नीचे आश्रय लिया
था। जिसके कारण वह जानलेवा हादसे का शिकार बन गये और तेज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने से पिता-पुत्र उसकी चपेट में आ गये जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गये हादसे में पिता राजकुमार आदिवासी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
घटना के कुछ समय बाद रास्ते से गुजर रहे पीड़ित के परिजनों द्वारा तड़पते हुए पुत्र को 108 सेवा से सामुदायिक स्वास्थ
केन्द्र लाया गया जहाँ गंभीर रूप से झुलसे प्रदीप कों प्राथमिक उपचार के बाद जिला चिकित्सालय के लिए 108 एंबुलेंस से रेफर किया गया है। मामले में थाना पुलिस द्वारा मर्ग कायम किया गया है।
हिदायत के बाद भी बारिश में पेड़ के नीचे शरण ले रहे है ग्रामीण
बिगड़े मौसम एवं रिमझिम बारिश के दौरान पेड़ के नीचे खड़ा होना जानलेवा साबित हो सकता है, ऐसी चेतावनी समय समय पर मौसम विभाग एवं प्रशासन द्वारा लगातार जारी की जाती है।
परंतु इस और ग्रामीणों का ध्यान नही होता है। दरअसल गाज या आकाशीय बिजली अक्सर पेड़ पर ही गिरती है, साथ ही बिगड़े मौसम के दौरान खेत, जंगल एवं रास्तों में मोबाइल चालू रखना भी जानलेवा साबित होता है जिसके चलते मोबाइल का स्विच ऑफ करने की चेतावनी भी दी जाती है। परंतु ग्रामीण जानकारी के आभाव में इस ओर ध्यान नही देते जिसके कारण आकारण हादसों का शिकार बन रहे है।
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