(बुन्देली बाबू सागर) हरदा हादसे के बाद मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव के सख्त निर्देशों का असर दिखने लगा है, सागर जिले के देवरी नगर में जिला कलेक्टर के आदेश पर प्रशासन द्वारा आधा दर्जन पटाखा व्यापारियों के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई कर बड़ी मात्रा में फटाखे एवं आतिशबाजी जब्त की है।
विगत मंगलवार को हरदा के मगरदा रोड स्थित रिहायसी इलाके में संचालित पटाखा फेक्ट्री में भीषण विस्फोट के दर्दनाक हादसे बाद मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद पूरे प्रदेश में अवैध पटाखा भंडारों पर कार्रवाई की जा रही है। घटना के बाद जिला कलेक्टर सागर एवं पुलिस अधीक्षक के आदेश पर मंगलवार शाम एवं बुधवार को प्रशासन ने पटाखा व्यापारियों की दूकानों एवं आवासों पर छापा मारा एवं बड़ी मात्रा में अवैध रूप से संग्रह किये गये पटाखे जब्त किये है।
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प्रशासन की औचक कार्यवाही में पटाखा व्यापारियों के भंडारण स्थल पर सुरक्षा मानकों का सतत आभाव देखा गया।आतिशबाजी एवं ज्वलशील पदार्थो के भंडारण को लेकर प्रशासन द्वारा तय गाइड लाईन के पालन में भी कोताही बरती जा रही थी। मामले प्रशासन द्वारा जब्ती कार्रवाई की गई है।
देवरी में आधा दर्जन स्थानों पर पुलिस-प्रशासन का धावा
सागर जिला कलेक्टर दीपक आर्य एवं पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी के निर्देश पर देवरी में राजस्व एवं पुलिस अधिकारियों की टीम ने बुधवार को देवरी नगर में लगभग आधा दर्जन स्थानो पर छापेमार कार्रवाई की जिसमें कुछ स्थानों से भारी मात्रा में पटाखे जब्त किये गये है। अनुविभागीय पुलिस अधिकारी शशिकांत सरयाम एवं नायब तहसीदार रामराज चैधरी के साथ राजस्व एवं पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय दूल्हादेव मंदिर के पास खंडेराव वार्ड, बजरिया शास्त्री वार्ड, महाकाली वार्ड एवं गांधी वार्ड में पटाखा व्यापारियों के घरों पर छापामार कार्रवाई की। जिसमें बड़ी मात्रा में पटाखे एवं आतिशबाजी बरामद हुई है जिसे पुलिस जब्त कर अपने साथ थाने ले गई है। मामले में अधिकारियों द्वारा दस्तावेजी कार्रवाई की जा रही है।
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कार्रवाई हुई तो गिड़गिड़ाये व्यापारी
प्रशासन द्वारा की गई औचक कार्रवाई से नगर के अतिशबाजी विक्रेताओं में हड़कंप व्याप्त है, बुधवार सुबह जब प्रशासन एवं पुलिस बल ने पटाखा व्यापारियों पर छापामार कार्रवाई की तो वह गिड़गिड़ाने लगे और उन्होने रोजी-रोटी का वास्ता दिया। अधिकारियों के सामने गुहार लगाने वालों में महिलाये भी शामिल थी जिसका कहना था कि यह धंधा उनके परिवार के भरण पोषण का जरिया है यदि जब्ती की गई तो वह बरबाद हो जाऐंगे।
दरअसल देवरी नगर में लगभग एक दर्जन आतिशबाजी लाईसेंसधारी है जिसके द्वारा दीपावली पर्व पर पटाखों का विक्रय किया जाता है। कुछ व्यापारी शादी व्याह की फैंसी आतिशबाजी का विक्रय भी करते है। प्रशासन की औचक कार्रवाई के बाद उनकी रोजी रोटी के संकट के चलते वह सकते में है।
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