राकेश यादव (देवरीकलाँ) प्रदेश के सीधी में आदिवासी युवक के साथ अमानवीय व्यवहार एवं शिवपुरी में दलितों के सार्वजनिक अपमान के मामलों को लेकर कांग्रेस स्थानीय मोर्चा प्रकोष्ठों ने एक दिवसीय धरना देकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौपा।
नगरपालिका चौराहे पर आयोजित इस प्रदर्शन के दौरान क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक हर्ष यादव सहित पार्टी वक्ताओं ने प्रदेश भाजपा सरकार को अपराधियों की संरक्षक करार दिया। उन्होने में प्रदेश में हुई विभिन्न घटनाओं एवं देवरी क्षेत्र में हुई वारदातों में भाजपा नेताओं की संलिप्तता पर सवाल खड़े किये।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय विधायक हर्ष यादव ने कहा कि प्रदेश में 18 वर्षो से एवं अपराधियों को संरक्षण देने वाली सरकार है। जिसकी छत्रछाया में जघन्य पाप होते है और बाद में उन्हे धोने के लिए अभिनय और ड्रामेबाजी का दिखावा किया जाता है।
उन्होने सीधी में हुई घटना को प्रदेश के लिए कलंकित करने वाला करार दिया उन्होने कहा कि प्रदेश के आदिवासी वर्ग का इतिहास संघर्षो और मातृभूमि के प्रति प्रेम और स्वाभिमान का इतिहास है, जिसमें टंटया मामा, रानी दुर्गावती और महान वीरों का बलिदान शामिल है।
परंतु भाजपा नेताओं के संरक्षण में 18 वर्षो से प्रदेश के आदिवासी भाईयों को अपमानित किया जा रहा है। उन्होने कहा कि प्रदेश में अधिकांश अपराधों में भाजपा नेताओं की संलिप्तता सामने आती है। भाजपा सरकार में जितने घोटाले हुए उनमें उन्ही की पार्टी के नेताओं की संलिप्तता के कारण उन्हे दबाने का काम चल रहा है।
केसली विकासखण्ड में प्रदेश का सबसे बड़ा धान खरीदी फर्जीबाड़ा उजागर हुआ जिसमें एफआईआर के बाद भी संबंधित विभाग और पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नही की गई। क्योकि इसमें भाजपा के दलाल नेताओ की संलिप्तता थी, इसी प्रकार देवरी नगर में ब्राउन शुगर के नशे का कारोबार फलने फूलने के बाद पुलिस द्वारा एक आरोपी की गिरप्तारी कर मामले से पल्ला झाड़ लिया गया उस नशे के कारोबारियों को भाजपा का सरंक्षण मिल रहा है।
विभाग के आईजी और डीजीपी को पत्र लिखने के बाद भी कोई जांच नही किया जाना दुर्भाग्य पूर्ण है। भाजपा के नेता भोले भाले आदिवासी पंचायत प्रतिनिधियों को डरा धमका कर कमीशन और काम मांग रहे है। धरने को कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष आशीष बाबा राजौरिया, विजय गुरू, नगर कांग्रेस अध्यक्ष गौरव पांडे,पूर्व जनपद उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह राजपूत, राजकुमार बजाज सहित अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया।
इस अवसर पर महामहिम राष्ट्रपति तहसीलदार प्रीतिरानी चौरसिया को सौपे गये ज्ञापन में कहा गया कि प्रदेश के सीघी जिले में आदिवासी युवक पर भाजपा नेता द्वारा पेशाब किये जाने और शिवपुरी में दो दलित युवकों के चेहरे पर कालिख पोतकर उन्हे जूते की माला पहनाये जाने के सामूहिक अपमान कारक अमानवीय व्यवहार से प्रदेश कलंकित हुआ है।
ज्ञापन में कहा गया कि सीधी मामले के आरोपी की गिरप्तारी के बाद पुलिस द्वारा पीड़ित को कस्टेडी में रखकर उसके बयान बदवाने का प्रयास किया जाना कदाचरण की श्रेणी में आता है। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि पुलिस द्वारा पीड़ित को कस्टेडी रखकर उसके परिवार से न मिलने दिया जाना अक्षम्य है। ज्ञापन में मांग की गई कि पीड़ित परिवार को 2 करोड़ रूपये की आर्थिक मदद एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान करे। एवं दोनो घटनाओं के दोषियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई सुनिश्चत करे।
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