(बुन्देली बाबू डेस्क) छत्तीसगढ़ में बीजापुर-सुकमा सीमा पर स्थित टेकलगुड़ेम गांव में नक्सलियों ने घात लगाकर सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया जिसके जबाब में जवानों ने भी उनका मुकाबला किया। इस मुठभेड़ के दौरान तीन जवान शहीद हो गए और 14 जवान घायल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक, लोगों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने और नक्सली गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सुकमा के टेकलगुडेम गांव में आज ही एक सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया था. कैंप स्थापित करने के बाद डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड, कोबरा बटालियन और स्पेशल टास्क फोर्स के जवान इलाके में कैंप के नजदीक जोनागुडा-अलीगुडा की ओर गश्त पर निकले थे. उसी दौरान नक्सलियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी.
दरअसल मंगलवार को ही टेकलगुड़ेम में पुलिस ने नया कैंप स्थापित किया है. इस कैम्प की सुरक्षा में लगे जवान कैंप की स्थापना के बाद जूनागुड़ा-अलीगुड़ा इलाके में गश्त पर निकले हुए थे, इसी दौरान पहले से ही घात लगाए नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग की और 100 से ज्यादा बीजीएल भी दागे, जवानों ने भी तुरंत मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्यवाही की.
बताया जा रहा है कि दोनों ओर से करीब तीन से चार घंटे तक फायरिंग चली, इस दौरान नक्सलियों ने 100 से अधिक बीजीएल (बैरल ग्रेनेड लॉन्चर) जवानों पर दागे, जिससे कई जवान घायल हुए और 3 जवानों को गोली लगने से शहीद हो गए. कुछ घायल जवानों की हालत गंभीर बताई जा रही है. फिलहाल जवानों को बेहतर इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रायपुर रेफर किया जा रहा है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने घटना की पुष्टि की है.
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नक्सलियों ने साल 2021 में भी किया था हमला
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि लगातार नक्सलियों के कोर इलाके में पुलिस नए कैंप स्थापित कर रही है. सुकमा बीजापुर के सरहद पर मौजूद टेकलगुड़ेम में भी मंगलवार को ही नया कैंप स्थापित किया गया है. यह वही इलाका है जहां नक्सलियों ने साल 2021 में जवानों को एंबुश में फंसा कर उन पर फायरिंग की थी, जिसमें 23 जवानों की शहादत हो गई थी, उसके बाद से इस इलाके में नक्सलियों की पैठ कमजोर करने के लिए लगातार पुलिस यहां कैंप स्थापित करने की रणनीति बना रही थी, और मंगलवार को सीआरपीएफ और डीआरजी जवानों के मौजूदगी में बकायदा यहां कैंप स्थापित किया गया. इसी कैंप की सुरक्षा के लिए आसपास के इलाके में एरिया डोमिनेशन के लिए सीआरपीएफ कोबरा और डीआरजी के संयुक्त जवानों की टीम को भेजा गया था, इसी पुलिस पार्टी पर नक्सलियों ने हमला किया.मुठभेड़ की सूचना मिलने के साथ ही तुरंत टेकलगुड़ेम कैंप से अतिरिक्त पुलिस फोर्स को रवाना किया गया, जहां पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली भाग खड़े हुए. घायल जवानों को बेहतर इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रायपुर रेफर करने की तैयारी की जा रही है.
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इन जवानों की हुई शहादत
आरक्षक देवन सी., 201 कोबरा, आरक्षक पवन कुमार, 201 कोबरा, आरक्षक लाम्बधर सिन्हा, 150 सीआरपीएफ
ये जवान हुए घायल
लखवीर, डिप्टी कमांडेंट 201 कोबरा, राजेश पंचाल, असिस्टेंट कमांडेंट 201 कोबरा1, खेडकर रामदास, प्रधान आरक्षक 201 कोबरा, अखिलेश यादव, प्रधान आरक्षक 201 कोबरा, हरेन्द्र सिंह, प्रधान आरक्षक 201 कोबरा, मोहम्मद ईरफान, प्रधान आरक्षक, 201 कोबरा, गोपीनाथ बासुमताढी, आरक्षक 201 कोबरा, मनोज नाथ, आरक्षक 201 कोबरा, विकास कुमार, आरक्षक 201 कोबरा, बेनूधर साहू, आरक्षक 201 कोबरा, टी. मधुकुमार, आरक्षक 201 कोबरा, मलकित सिंह, आरक्षक 201 कोबरा, ई. वेंकटेश, आरक्षक 201 कोबरा, अविनाश शर्मा, आरक्षक 201 कोबरा
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मुख्यमंत्री साय ने जवानों की शहादत पर दुख प्रगट किया
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सुकमा एवं बीजापुर जिले की सीमा पर स्थित ग्राम टेकलगुड़ेम (थाना जगरगुंडा,सुकमा) में नक्सली मुठभेड़ की कड़ी निन्दा की है। उन्होंने इस घटना में वीरगति प्राप्त करने वाले 3 जवानों की शहादत पर गहरा दुःख प्रकट किया है। साय ने शहीद जवानों की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की और शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने मुठभेड़ में घायल 14 जवानों के समुचित इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
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