शपथ पत्र के जरिये रद्ध कराया गया महिला कृषक का समर्थन मूल्य धान खरीदी सौदा

148 क्विंटल धान खरीदी के मामले में नया खुलासा, परिजनों का फर्जीबाड़े और षड़यंत्र का आरोप

The support price paddy purchase deal of the woman farmer was canceled through an affidavit.
The support price paddy purchase deal of the woman farmer was canceled through an affidavit.

(बुन्देली बाबू डेस्क) प्राथमिक शाख सहकारी समिति देवरी में 96 वर्षीय महिला कृषक की 148 क्विंटल धान की खरीदी संदेहास्पद मामले में नया खुलासा सामने आया है। गंभीर आरोपों से घिरे इस मामले में विभाग के जमीनी अमले ने एक संदिग्ध शपथ पत्र के जरिए महिला कृषक का समर्थन मूल्य खरीदी का सौदा रद्ध कराया था जिसकी कृषक को जानकारी तक नही है।
मामले में इस नये खुलासे के बाद खरीदी प्रक्रिया में चल रहे फर्जीबाड़े और जालसाजी की कई परते सामने आ रही है।

सरकारी समर्थन मूल्य खरीदी में सरकार की मंशा के विपरीत किसानों के शोषण और शासकीय धन हड़पे जाने के कई मामले उजागर हो चुके है, खरीद केन्द्र आवंटन, सर्वेयर की नियुक्ति और स्लाट बुकिंग से लेकर भंडारण तक में फर्जीबाड़े के मामलों लंबी फेहरिस्त सामने आने के बाद भी व्यवस्था में बदलाव नही नजर आया है। प्रशासन द्वारा ऐसे मामलों में जिले में ही कई आपराधिक प्रकरण भी पंजीबद्ध कराये गये है इसके बाद भी इस गोरखधंधे में लिप्त बिचैलिये हौसले बुलंद है और वह अब वृद्ध और लाचार महिला कृषक को निशाना बनाने का दुस्साहस कर रहे है।

समर्थन मूल्य खरीदी केन्द्र पर विक्रय के बाद गायब हुई महिला कृषक की 148 क्विंटल धान

क्या है पूरा मामला
दरअसल देवरी विकासखण्ड के ग्राम डुंगरिया मानेगांव की निवासी 96 वर्षीय कृषक श्रीमति सियारानी विष्णु प्रसाद कुर्मी वर्ष द्वारा विगत 5 जनवरी 2024 को सरकारी समर्थन मूल्य धान खरीद केन्द्र प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति देवरी किसान बेयर हाऊस रजौला पर अपनी 148.80 क्विंटल धान के विक्रय के लिए स्लाॅट बुकिंग कराई गई थी। जिसका किसान कोड 219127843688 था। जिसके बाद उनके पोते दीनदयाल पिता काशीराम के द्वारा खरीद केन्द्र पर 7 जनवरी 2024 को 148.80 क्विंटल धान विक्रय की गई जिसकी आनलाईन फीडिंग रसीद उन्हे 09 जनवरी को समिति प्रदान की गई थी।

सौदे में उन्हे सरकारी समर्थन मूल्य 2183 के भाव से 3 लाख 24 हजार 830 रूपये का भुगतान एक सप्ताह में उनके खाता में प्राप्त होने थे परंतु 15 दिवस में भी राशि प्राप्त न होने के बाद वह लगातार अधिकारियों से गुहार लगा रहे है। खरीद केन्द्र का स्थानीय अमला उनकी धान रिजेक्ट होने की बात कह रहा है परंतु जिला के अधिकारी किसान द्वारा शपथ पत्र देकर अपना सौदा स्वयं रद्ध कराये जाने की बात कह रहे है। विभाग की रहस्यमय कार्य प्रणाली से परेशान कृषक को अब तक न तो राशि प्राप्त हो सकी है न ही उसे धान वापिस प्राप्त हो सकी है।

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शपथ पत्र के जरिए रिजेक्ट कराया गया सौदा
महिला कृषक की घान खरीदी के सबंध में खरीद केन्द्र के संचालकों का कहना है कि 9 जनवरी को सर्वेयर द्वारा धान रिजेक्ट कर दी गई थी। वही विभाग के जिला अधिकारियों के मुताबिक 26 जनवरी को कृषक द्वारा , शपथ पत्र देकर स्वयं अपना सौदा रद्ध कराया गया है। मामले में सामने आये एक शपथ पत्र में महिला सियारानी पति विष्णु प्रसाद को मुआरखास का निवासी बताया गया है एवं उसकी आयु 65 वर्ष बताई गई है। जबकि सियारानी कुर्मी ग्राम डुंगरिया पोस्ट जैतपुर की निवासी है जिनकी आयु 96 वर्ष है। उक्त शपथ पत्र में महिला द्वारा 148.79 क्विंटल धान विक्रय संबंधित समिति को किये जाने की बात स्वीकारते हुए। उक्त धान को 26 जनवरी को वापिस प्राप्त किये जाने की बात कही गई है।

शपथ पत्र में बताया गया है कि महिला कृषक की धान को गोदाम सर्वेयर द्वारा रिजेक्ट किये जाने के बाद उसे वापिस किया गया है। उक्त शपथ पत्र में 2 अन्य व्यक्तियों के नाम अंकित है जिन्हें कृषक बताया गया है। परंतु उक्त संबंध मे महिला कृषक के परिजनों का कहना है कि वृद्ध होने के कारण वह चलने फिरने में अक्षम है ऐसे में उसके केन्द्र के आपरेटर के साथ सागर जाकर शपथपत्र बनवाया जाना संभव नही है न ही उन्हें विभाग द्वारा धान वापिस की गई है। परिजनों द्वारा उक्त शपथपत्र को फर्जी करार देते हुए मामले में षड़यंत्र पूर्णक जालसाजी करने का आरोप लगाया गया है।

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जिले के अधिकारी कर रहे गुपचुप जांच
सूत्रों की माने तो सरकारी समर्थन मूल्य खरीदी के इस गंभीर मामले की जांच विभाग के जिला अधिकारियों द्वारा की जा रही है। मामले में संबंधित खरीद केन्द्र के अधिकारियों से भी जबाब मांगे गये है। विभाग जांच पूरी होने पर कोई बड़ा कदम उठा सकता है।

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